बुधवार, 12 सितंबर 2012

अब चिकित्सक लिखेंगे स्पष्ट पर्चा!


अब चिकित्सक लिखेंगे स्पष्ट पर्चा!

(दीपक अग्रवाल)

मुंबई (साई)। कहते हैं कि चलती बस में कंडकटर और एक चिकित्सक द्वारा लिखी गई इबारत को अंदाज से ही पढ़ा जा सकता है। डॉक्टरों की लिखी गयी दवा की पर्ची को पढ पाना कई बार काफी कठिन होता है। अस्पष्ट लिखावट के कारण कई तरह की समस्याएं पैदा हो जाती है।
अब इन सबसे निजात पाने के लिए डॉक्टरों की बिरादरी ही सामने आयी है और उनके प्रयासों को महाराष्ट्र सरकार ने भी अपना समर्थन दिया है। लिखावट में सुधार को लेकर राज्य भर के वरिष्ठ डॉक्टरों ने काफी सकारात्मक रुझान दिखाया है। उनका मानना है कि दवा की पर्ची पर साफ स्पष्ट और बडे अक्षरों में लिखावट से कई तरह की समस्याओं से बचा जा सकता है।
डॉक्टरों के एक समूह ने स्वास्थ्य मंत्री सुरेश शेट्टी को अपने प्रस्तावित कोशिश के बारे में लिखा है जिसे मंत्री ने एक अच्छा संकेत बताया। उन्होंने कहा, ‘‘महाराष्ट्र मेडिकल कौंसिल एक स्वायत्त संस्था है और आम आदमी के हित संबंधी किसी भी कोशिशों का सरकार समर्थन करेगी।’’
मंत्री ने कहा कि डॉक्टरों ने बताया है कि दवा की पर्ची की लिखावट को पढना कई लोगों के लिए मुश्किलों भरा होता है। खासकर छोटे शहरों और गावों में कई दवा दुकानदार इसे समझ ही नहीं पाते और इस कारण से कभी कभी तो गलत दवा दे दी जाती है। कई बार तो यह घातक सिद्ध होता है।

कोई टिप्पणी नहीं: