शनिवार, 10 नवंबर 2012

हाईकोर्ट बैंच की मांग को लेकर अधिवक्ताओं का प्रदर्शन


हाईकोर्ट बैंच की मांग को लेकर अधिवक्ताओं का प्रदर्शन

(ब्यूरो कार्यालय)

मुजफ्फरनगर। (साई)। पश्चिमी उत्तर प्रदेश में हाईकोर्ट बैंच की मांग को लेकर सैंकड़ों अधिवक्ताओं ने शिव चौक पर मुख्य मार्ग बंद कर जोरदार प्रदर्शन किया। वकीलों द्वारा लगाये गये जाम से कई घंटे नगर के नागरिक हलकान रहे। बंद के दौरान वकीलों ने नागरिकों के साथ बदसलूकी भी की। बाइक सवार पिता पुत्र को वकीलों ने जमकर पीटा लेकिन पुलिसकर्मी मूकदर्शक बने रहे। शिवचौक पर डेरा जमाये सीओ सिटी ने भी मामले की अनदेखी की।
बार संघ के जिलाध्यक्ष राजेश्वर दत्त त्यागी के नेतृत्व मे तथा महासचिव सुरेन्द्र सिंह मलिक की मौजूदगी में किए गए प्रदर्शन के बाद जिला प्रशासन को सौंपे गए प्रार्थनापत्र के माध्यम से बताया कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश की जनता एवं अधिवक्ता पश्चिम में उच्च न्यायालय की बैंच की स्थापना के लिए पिछले कई वर्षो से आंदोलनरत हैं। इस दौरान रास्ता जाम, रेल जाम, कचहरी बंद, पश्चिम उत्तर प्रदेश बंद, भूख हडताल और धरना प्रदर्शन कर प्रदेश सरकार को अवगत कराया जा चुका है लेकिन पश्चिमी उत्तर प्रदेश के लोगों व अध्विक्ताओं की मांगों की ओर ध्यान नहीं दिया गया। सरकार सस्ता व सुलभ न्याय की बात तो कहती है परन्तु यह नहीं सोचती कि आठ सौ किलोमीटर दूर जाकर पश्चिमी उत्तर प्रदेश के लोगों को किस तरह सस्ता और सुलभ न्याय मिल पायेगा। इस लिए जरूरी है कि जल्द से जल्द पश्चिमी उत्तर प्रदेश मे उच्च न्यायालय की बैंच की स्थापना यथाशीघ्र की जाए। बंद में प्रणजय चौहान, कुलदीप सिंह पुंडीर, जबर सिंह राणा, निश्चल त्यागी, विनय राणा, यशपाल सिंह राठौर, सुभाष सैनी, अनुराग सिंह, प्रदीप मलिक, दीपक चौधरी, शानू मलिक, विक्रांत मलिक, रणधीर सिंह उर्फ चुन्नू, महीपाल सिंह वर्मा, गुलबीर सिंह, फिरोज अली राणा, संजीव जैन, मीनाक्षी शर्मा, दिनेश कुमारी, भारतवीर, जयकंवार जावला, चंद्रपाल सिरोही, प्रवीण कुमार उर्फ गुड्डू, प्रगति त्यागी, योगेन्द्र त्यागी, सतपाल त्यागी, नरेश चंद त्यागीसहदेव त्यागी, अरविन्द राठी, विपिन राणा, अमित वर्मा, आशुतोष राठी, परवेन्द्र पंवार, मोनू त्यागी, सिविल बार संघ के अध्यक्ष सुगंध जैन, ब्रजराज स्वरूप, अनिल आनंद, अशोक बालियान, पूर्व अध्यक्ष अनूप सिंह, सुदेश कुमार, रामअवतार सिंघल, जितेन्द्र कुमार, मानवेन्द्र जैन, राजपाल सिंह चाहल, चन्द्रपाल सिंह, प्रेमदत्त त्यागी, मेहरचंद गुप्ता आदि सैंकड़ों अधिवक्ता शामिल रहे।

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