मंगलवार, 11 दिसंबर 2012

शिव के राज में पुलिस की दबंगई


शिव के राज में पुलिस की दबंगई

दस साल पुराने मामले में गौतम को उठाया, न्यायालय ने लगाई लताड़!

(दिलीप गुप्ता)

धार (साई)। देश के हृदय प्रदेश में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के राज में झाबुआ और धार पुलिस की दबंगई के चलते पूर्व विधानसभा प्रत्याशी बाल मुकुंद गौतम को रातों रात पुलिस ने अपना मेहमान बना लिया। आधी रात को की गई इस कार्यवाही की सर्वत्र निंदा की जा रही है। गौतम को रात तीन बजे के लगभग पीथमपुर में एक होटल का ताला तोड़कर अपने कब्जे में लिया है पुलिस ने।
बाल मुकुंद गौतम के करीबी सूत्रों ने समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया को बताया कि रात में जब पीथमपुर में बाल मुकुंद गौतम होटल कोणार्क में विश्राम कर रहे थे तभी पुलिस ने वहां दबिश देकर होटल का ताला तोड़कर बाल मुकुंद गौतम को पकड़ लिया। अगले दिन जब उन्हें न्यायालय में पेश किया तब माननीय न्यायालय ने पुलिस से पूछा कि मामला राजस्थान के भलवाड़ा का है तो भीलवाड़ा पुलिस आखिर कहां है?
सूत्रों ने कहा कि दरअसल, 2003 में शराब के एक टेंकर का मामला भीलवाड़ा पुलिस ने पकड़ा था, इस मामले में आरोपियों में बाल मुकुंद गौतम का नाम भी फेहरिस्त में थे। विधि विशेषज्ञों का कहना है कि इस मामले में बाल मुकुंद गौतम की अगर गिरफ्तारी हुई भी है तो उन्हें भीलवाड़ा पुलिस को करना चाहिए था।
बताया जाता है कि इन पंक्तियों के लिखे जाने तक भीलवाड़ा पुलिस पीथमपुर नहीं पहुंची है। आधी रात को होटल का ताला तोड़कर पीथमपुर सीएसपी के नेतृत्व में की गई इस कार्यवाही की सर्वत्र निंदा की जा रही है। गौतम के पारिवारिक सूत्रों का यह भी कहना है कि बाल मुकुंद गौतम के विधानसभा चुनाव का फैसला 17 को संभावित है संभवतः इसी के मद्देनजर भाजपा सरकार द्वारा कांग्रेस के उम्मीदवार रहे गौतम को परेशान करने की नियत से यह किया जा रहा है।
इस संबंध में जब पीथमपुर के अनुविभागीय अधिकारी पुलिस से समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया द्वारा पुलिस का पक्ष जानने का प्रयास किया गया तो उन्होंने यह कहकर बात को टाल दिया कि वे अभी एक बेहद इंपार्टेंट काम में मशरूफ हैं अतः इस संबंध में वे बाद में ही पुलिस का पक्ष बताने की स्थिति में आ पाएंगे।

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