गुरुवार, 21 फ़रवरी 2013

मप्र के जनसंपर्क विभाग को निजी एजेंसी का सहारा


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मप्र के जनसंपर्क विभाग को निजी एजेंसी का सहारा

(विनय डेविड)

भोपाल (साई)। मध्य प्रदेश का जनसंपर्क विभाग संचार साधनों से संपन्न है लेकिन इसके बावजूद उसे अपनी सूचनाएं मीडिया विभाग तक पहुंचाने के लिए एक निजी एंजेसी का सहारा लेना पड़ा है। आश्चर्य तो ये है कि भोपाल की मीडिया को सरकार की गतिविधियों से संबंधित सूचनाएं दिल्ली में बैठी एक एजेंसी उपलब्ध करवा रही है।
यहां उल्लेखनीय तथ्य यह है कि मध्य प्रदेश का जनसंपर्क विभाग देश के अन्य राज्यों की अपेक्षा अत्यधिक संपन्न है। प्रदेश सरकार की योजनाओं से लेकर विकास एवं अन्य गतिविधियों की जानकारी देने का काम जनसंपर्क विभाग के अधीन है। इस विभाग का भोपाल में भरा-पूरा अमला है और सभी 50 जिलों में इसके कार्यालय भी हैं।
अभी तक भोपाल के संचालनालय में होने वाली राज्य सरकार के मंत्रियों की सूचनाएं मीडिया के लोगों को विभाग की ओर से फोन अथवा एसएमएस के जरिए दी जाती थी, मगर पिछले कुछ अरसे से ये सूचनाएं मोबाइल पर रिकाडेर्ड मैसेज के जरिए मिल रही हैं। मजे की बात यह है कि यह संदेश दिल्ली के फोन नम्बर से आते हैं। यह संदेश दिल्ली से आने की वजह की जब तहकीकात की गई तो पता चला कि यह काम एक निजी एजेंसी को सौंपा गया है।
(देशबंधु डॉट को डॉट इन से साभार)

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