शिव की आंख में चुभ
रहे मोदी
(शरद)
नई दिल्ली (साई)।
दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में भाजपा की कार्यकारिणी पूरी तरह मोदीमय ही रही।
मोदी के जयकारे और उनके स्वागत में बिछे रेडकारपेट ने देश के हृदय प्रदेश के निजाम
शिवराज सिंह चौहान को मायूस कर दिया। शिवराज के अंदर का दर्द उनके उद्बोधन में भी
झलकता दिखा। देखा जाए तो गुजरात जनसंपर्क विभाग द्वारा पत्रकारो के साथ बेहतर
समन्वय और सरकार की खूबियों को कुछ इस तरह से प्रस्तुत किया जा रहा है कि चारों ओर
मोदी ही मोदी छाए हुए हैं।
वहीं दूसरी ओर मध्य
प्रदेश में पत्रकारों के साथ सरकार का समन्वय ना के बराबर ही कहा जा रहा है। कहा
जा रहा है कि सरकार की नीतियां रीतियां चंद पत्रकारों और मीडिया हाउस तक ही सीमित
रखी गई हैं। पिछले दिनों भोपाल में जनसंपर्क मंत्री के खिलाफ पत्रकारों के
प्रदर्शन की देश भर में सोशल नेटवर्किंग वेब साईट के माध्यम से धूम भी मची रही थी।
बहरहाल, हृदय प्रदेश के
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को जब भाषण देने का मौका मिला तो उन्होंने अपनी
उपलब्धियों को मोदी की उपलब्धियों के बराबार दिखाने की कोशिश की। उन्होंने कहा कि
अगर मोदी ने गुजरात का बेहतर विकास किया है, तो मध्य प्रदेश भी पीछे नहीं है।
मोदी ने अगर
साबरमती नदी की सफाई करके चमात्कारिक काम किया है तो हमने भी वैसा ही काम नर्मदा
और क्षिप्रा नदी के साथ किया है। हमरी गिनती तो बीमारू राज्यों में होती थी, लेकिन हम अब डबल
डिजिट में ग्रोथ हासिल कर रहे हैं। शिवराज सिंह के भाषण में यह साफ दिख रहा था कि
वह मोदी के जयकारे से नाखुश हैं। गौरतलब है कि राष्ट्रीय कार्यकारिणी में अध्यक्ष
राजनाथ सिंह ने माला पहनाकर विशेष रूप से नरेंद्र मोदी का स्वागत किया। ऐसा
उन्होंन अन्य राज्यों को मुख्यमंत्रियों के साथ नहीं किया।
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