समाज कल्याण विभाग
में डीएम का छापा
(सचिन धीमान)
मुजफ्फरनगर (साई)।
जिले का समाज कल्याण विभाग चालीस करोड़ के घोटालों को लेकर पहले ही चर्चाओं में है।
आज जब डीएम सुरेन्द्र सिंह ने समाज कल्याण विभाग में छापा मारा तो विकास भवन स्थित
पंजाब नेशनल बैंक में समाज कल्याण विभाग के तीन फर्जी खातों की जानकारी मिली। इन
तीनों खातों से करीब दो करोड़ रूपये के गोलमाल का खुलासा हुआ। इसके अलावा पिछड़े वर्ग
विभाग के भी एक फर्जी खाते का मामला सामने आया। डीएम सुरेन्द्र सिंह ने जब समाज
कल्याण विभाग व विकास भवन स्थित पंजाब नेशनल बैंक में पत्रावलियों की जांच की
गोलमाल का खुलासा हुआ। डीएम ने इस मामले में दोषी अधिकारियों के खिलाफ कड़ी
कार्रवाई के निर्देश दिये।
डीएम सुरेन्द्र ने
विकास भवन स्थित पंजाब नेशनल बैंक की शाखा में समाज कल्याण विभाग व पिछड़ा वर्ग
विभाग से सम्बन्धित खातों को खंगाला। डीएम को समाज कल्याण विभाग के तीन खातों के
गोलमाल का मामला मिला। खाता नं. 171 जो 20.04.2011 को समाज कल्याण अविभाग के
अधिकारियों ने खुलवाया था और उसमें 61 लाख 34 हजार रूपये जमा थे। दिनांक
21.02.2012 को उक्त खाते में करीब 21 लाख रूपये चैक द्वारा निकाल लिये गये। इसके
अलावा बाकी चालीस लाख रूपये भी विभिन्न तारीखों में समाज कल्याण विभाग के
अधिकारियों व कर्मचारियों ने उक्त खाते से निकाल लिये। इसी तरह समाज कल्याण विभाग
के खाता नं. 658 में एक करोड़ 33 लाख रूपये जमा थे वे भी भ्रष्ट अधिकारियों व
कर्मचारियों ने निकालकर बंदरबाट कर लिये। उक्त खाता दिनांक 29.08.2011 को खुलवाया
गया था तथा 02.07.2012 को सभी रूपये निकाल कर बंद कर दिया गया। इसी तरह एक अन्य खाता
नं. 1118 दिनांक 28.04.2012 को खुलवाया गया था, में से तीन लाख 39
हजार चार सौ दो रूपये निकाल लिये गये। इस खाते में करीब तेईस लाख रूपया अब भी जमा
है।
जिले का समाज
कल्याण विभाग घोटालों के मामले में पूरे प्रदेश में नम्बर एक पर है। लगभग चार साल
पहले जिले में तैनात तत्कालीन समाज कल्याण अधिकारी रिंकू सिंह राही पर जानलेवा
हमला किया गया था। इसके बाद समाज कल्याण विभाग में लगातार घोटाले खुलते रहे तथा
दर्जनों अधिकारियों व कर्मचारियों को जेल जाना पड़ा था। इसके साथ ही कई बैंक कर्मी
भी फर्जीवाड़े में जेल गये थे। जिनमें से कुछ अभी तक जेल में बंद हैं। डीएम
सुरेन्द्र सिंह ने समाज कल्याण विभाग में शासन द्वारा भेजी गई जांच रिपोर्ट को
सुरक्षा की दृष्टि से कोषागार में रखवाया है।
डीएम सुरेन्द्र
सिंह ने कहा कि समाज कल्याण विभाग के तीनों खातों से निकाले गये रूपयों के मामले
में जांच कराई जायेगी तथा दोषी अधिकारियों व कर्मचारियों को दंडित किया जायेगा।
डीएम के सख्त तेवरों के चलते विकास भवन के अन्य विभागों के अधिकारियों व
कर्मचारियों में हड़कम्प मचा रहा।
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