सोमवार, 4 मार्च 2013

सिर्फ भाजपा ही कर सकती है अंत्योदय अधारित विकास: चौहान


सिर्फ भाजपा ही कर सकती है अंत्योदय अधारित विकास: चौहान

(महेश)

नई दिल्ली (साई)। भाजपा की राष्ट्रीय परिषद के दूसरे दिन अंत्योदय और सुशासन के नाम रहा। भाजपा शासित राज्य सरकारों में अंत्योदय आधारित योजनाओं का उदाहरण दिया गया जो पूरे देश में लागू किया जाना चाहिये। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भाजपा शासित राज्यों और विकास योजनाअेां पर दृष्टिपात किया ओर मध्यप्रदेश में आये सकारात्मक बदलाव की चर्चा की। चौहान की चिर परिचित उर्जामय और भावनात्मक रूप से प्रभावी शैली से जहां हाल तालियों की से गंूज उठा वहीं राष्ट्रीय परिषद के सदस्यों को अंत्योदय दर्शन आधारित जमीनी विकास कार्यों के प्रभाव को भी समझने का अवसर मिला। भाजपा ने अपना राजनैतिक प्रस्ताव पारित किया।
मध्यप्रदेश की योजनाओं की विशेषताओं के उल्लेख करते हुए कई बार तालियां बजी। शिवराज ने कहा कि भाजपा राज्यों में जो अंत्योदय विकास हो रहा है उसकी जानकारी दूसरे राज्यों में भी पहुंचाने की जरूरत है।
शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि भाजपा की सरकारें अंत्योदय विकास के लिये जानी जाती है। गांव गरीब और किसानों के कल्याण के लिये पहचानी जाती है। उन्होनें कांग्रेस के नेतृत्व को बौना और अदूरदर्शी बताते हुए कहा कि भाजपा का नेतृत्व एक जिम्मेदार, देशभक्त और मातृभूमि के प्रति समर्पित नेतृत्व है। यहां केवल सत्ता हासिल करने के लिये देश का निर्माण करने के लिये है।
अंत्योदय दर्शन पर आधारित शासन प्रशासन ही गतिशील, संतुलित और विकासोन्मुखी सरकार सरकार दे सकता है। अंत्योदय दर्शन ही भारत को वैभव के शिखर पर ले जा सकता है। कमजोर ओर वंचित लोगों का समग्र विकास ही देश के विकास की मजबूत बुनियाद रख सकता है।
मध्यप्रदेश के विकास की चर्चा करते हुए शिवराज सिंह चौहान ने कहा संसाधनों का बेहतर उपयोग कर मध्यप्रदेश ने 11.98 प्रतिशत की उच्च विकास दर हासिल की है और कृषि विकास दर 19.89 प्रतिशत तक बढ गई है। इसके चलते आज केन्द्र ने भी कृषि कर्मण पुरस्कार दिया है।
चौहान ने कहा कि भाजपा की सरकारें ही आश्चर्यजनक परिणाम दे सकती हैं क्योंकि वे पूरी तरह जनहित को समर्पित अंत्योदय की भावना के साथ पूरी ईमानदारी से काम करती हैं। ऐसी सिंचाई परियोजनाएं जिनका शिलान्यास कांगेस के नेताओं ने किया था और तीस वर्षों से अधूरी पडी थी उन्हें पूरा किया गया है। औसत 400 लघु सिंचाई परियोजनाएं पूरी हो रही हैं। नर्मदा क्षिप्रा नदी जोड परियेाजना इसी साल पूरी हो जायेगी और 2016 में सिंहसथ कुंभ में क्षिप्रा नदी को नर्मदा नदी के पानी से नया जीवन मिलेगा।
उन्होने कहा कि गुजरात ओर छत्तीसगढ की तरह अब सभी गांवों में मध्यप्रदेश में भी बिजली मिलेगी। इसका लाभ लेने के लिये युवाओं को छोटे उद्योग खोलने के लिये प्रोत्साहित किया जा रहा है। उन्हें बैंकों से लोन लेने में राज्य सरकार की ओर से ब्याज अनुदान और मार्जिन राशि देने में मदद की जा रही हे। गरीबों के लिये सस्ती दर पर अनाज देने की व्यवस्था की गई है। हम्मालो, हाठ ठेला चालकों, घरों में काम करने वाली महिलाओं के लिये कल्याणकारी योजनाएं शुरू की गई हैं। कामगार खेतिहर मजदूरों के कल्याण के लिये योजना बनाई गई है जिसमें 23 लाख मजदूरों का ंपजीयन कर उन्हें विभिन्न प्रकार की सुविधाऐं दिलाई कई हैं। उनके बच्चों के पढने का इंतजाम किया गया है। पहली कक्षा से स्कालरशिप देने दी जा रही है। सामान्य वर्ग के गरीबों के लिये निर्धन आयोग बनाया गया है।
बेटियों का जन्म अब उत्सव मनाया जाता है। बेटियों के जन्म को समस्या समझने की प्रवृत्ति अब बदल रही है। स्वास्थ्य के क्षेत्र में गरीब लोगों को निःशुल्क दवा देने के लिये सरदार वल्लभभाई पटेल निःशुल्क दवा योजना और पैथालाजी टेस्ट निःशुल्क कराने की व्यवस्था लागू की गई है। गंभीर बीमारियों के इलाज के लिये पुख्ता इंतजाम किये गये हैं। पथ पर विक्रय करने वालों और ग्रामीण शिल्पियों को आगे बढाने के लिये भी योजनाएं हैं। उन्हें कौशल प्रशिक्षण दिया जा रहा है।
शिवराज सिह ने लाडली लक्ष्मी और गांव की बेटी और मुख्यमंत्री कन्यादान एवं निकाह योजनाओं की चर्चा करते हुए कहा कहा कि महिलाओं को राजनैतिक और आर्थिक रूप से शक्तिशाली बनाने के लिये कई उल्लेखनीय प्रावधान किये गये हे। चौहान ने कहा कि बुजुर्गो के सम्मान में मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना शुरू की गई है। यह योजना अंत्योदय दर्शन का ही परिणाम है। किसानों को जीरो प्रतिशत ब्याज पर लोन दिया जा रहा है। असहाय बुजुर्गों को मिड डे मील योजना से जोडकर निःशुल्क ससम्मान भोजन कराया जा रहा है। 

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