सोमवार, 25 मार्च 2013

क्या है पोप की दिनचर्या और कार्यप्रणाली


क्या है पोप की दिनचर्या और कार्यप्रणाली

(आर.बी.मसीह)

नई दिल्ली (साई)। पोप फ्रांसिस कैथोलिक चर्च के प्रमुख के तौर पर ज़िम्मेदारियां संभाल चुके हैं। वो इसलिए भी सुर्खियों में है कि वो पहले पोप हैं जिनका संबंध लैटिन अमरीका से है। आधिकारिक तौर पर उनके कार्यभार संभालने के मौक़े पर छह वर्तमान राजा, 31 राष्ट्राध्यक्ष और 132 देशों की सरकारों के प्रतिनिधि मौजूद थे।
पोप न सिर्फ़ दुनिया के सबसे छोटे देश वेटिकन सिटी के राष्ट्राध्यक्ष होते हैं बल्कि दुनिया के विभिन्न हिस्सों में फैले 1.2 अरब कैथोलिक ईसाइयों के आध्यात्मिक नेता भी हैं। वैसे सोचने वाली बात ये है कि पोप के जिस पद की इतनी चर्चा है, उस पर आसीन व्यक्ति का काम क्या होता है?
वेटिकन सिंटी के पोप के निवास के सूत्रों ने समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया को बताया कि पोप की धार्मिक जिम्मेदारियों के तहत अनेक काम उनके पास होते हैं। पोप के नियमित कामों में हर रविवार को क्लिक करेंवेटिकन पहुंचे दुनिया भर के श्रद्धालुओं को संबोधित करना और उन्हें आशीर्वाद देना शामिल होता है। इसके लिए वो अपने अध्ययन कक्ष की उस खिड़की का इस्तेमाल करते हैं जहां से सेंट पीटर्स स्कवेयर का भव्य नज़ारा दिखता है।
इसके अलावा वो हफ्ते में एक बार लगभग पांच हज़ार श्रद्धालुओं से मुख़ातिब होते है। सर्दियों में इसका आयोजन एक हॉल में किया जाता है तो गर्मियों में पोप सेंट पीटर्स स्कवेयर पर खुले आसमान के नीचे श्रद्धालुओं से रुबरू होते हैं। पोप सामान्य तौर पर सेंट पीटर्स के अंदर होने वाले अहम उत्सवों के दौरान आयोजनों का नेतृत्व करते हैं। इसमें क्रिसमस और ईस्टर शामिल है। इस दौरान पोप उसी खिड़की से मुख़ातिब होते हैं जहां पोप बनने के बाद वो पहली बार दुनिया के सामने आते हैं। यहीं से वो अपना उरबी एट ओरबीसंदेश देते हैं।
सूत्रों ने समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया को आगे बताया कि ननों के रूप में पोप के कुछ निजी कर्मचारी भी होते हैं जो खाना बनाना और साफ़ सफ़ाई जैसे उनके घरेलू काम करते हैं। पोप का एक निजी रसोइया भी होता है। क्लिक करेंपोप बेनेडिक्ट और पोप जॉन पॉल, दोनों दो निजी सचिव भी रखते थे।
पोप की ज़िम्मेदारियों में ये भी शामिल है कि वो पांच साल में कम से कम एक बार दुनिया के हर बिशप से मिलें जिनकी संख्या पांच हज़ार से ज़्यादा है। इस तरह पोप साल में आम तौर पर एक हज़ार बिशपों यानी हफ्ते में बीस बिशपों से मिलते हैं। चर्च के क़ानून के तहत हर बिशप को रोम जाना ज़रूरी है ताकि वो बता सकें कि उनके डायोसिस में क्या हो रहा है।
आजकल विदेश दौरे भी पोप की ज़िम्मेदारियों में शामिल हैं। बताया जा रहा है कि बतौर पोप वो सबसे पहले अपने मूल देश अर्जेंटीना जा सकते हैं। जुलाई में ब्राज़ील के रियो डी जेनेरो शहर में होने वाले कैथोलिक यूथ फेस्टिवल में भी उनके उपस्थिति रहने की उम्मीद है। इटली में वो सबसे पहले असीसी का दौरा कर सकते हैं जो इटली के सबसे प्रिय संत सैंट फ्रांसिस का जन्म स्थान है। उन्हीं के नाम पर नए पोप ने अपना नाम रखा है।
सूत्रों ने साई न्यूज को आगे बताया कि पोप से मिलने बहुत से विदेशी मेहमान भी वेटिकन पहुंचते हैं। अपनी लाइब्रेरी में वो इन लोगों से मिलते हैं। यहां से एक बार में उनसे चार पांच लोगों के समूह से कई सौ लोग मिल सकते हैं।
पारंपरिक तौर पर पोप एक बड़े से अपार्टमेंट में रहते हैं। अपॉस्टोलिक पैलेस की सबसे ऊपरी मंज़िल पर स्थित है। लेकिन नए पोप शायद वहां न रहें। जब उन्हें ब्यूनस आयर्स का आर्चबिशप नियुक्त किया गया था, तो उन्होंने आर्चबिशप पैलेस की बजाय एक साधारण से मकान में रहना पसंद किया। अभी तक वो वैटिकन में एक होटल के कमरे से ही काम कर रहे हैं। वो अपने महलनुमा आधिकारिक निवास में नहीं गए हैं, जो उन्हें ज़रूरत से ज़्यादा बड़ा लगा।

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