बरास्ता यूपी, उमा जाएंगी संसदीय सौंध!
विधानसभा चुनाव नहीं लडेंगी उमा
(लिमटी खरे)
नई दिल्ली (साई)। भाजपा की तेज तर्रार साध्वी नेत्री एवं मध्य प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव नहीं लड़ेंगी। उमा राज्य सभा के रास्ते संसद में पहुंचने को आतुर दिख रही हैं। उमा की राह के प्रमुख रोढ़े विनय कटियार को साईड करने की जुगत में उमा के रणनीतिकार जुट गए हैं। यूपी भाजपा के पूर्व अध्यक्ष विनय कटियार को उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव लड़वाने की कवायद की जा रही है।
भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष नितिन गड़करी के करीबी सूत्रों का कहना है कि उत्तर प्रदेश की पहली सूची के तैयार करते वक्त यह साफ कर दिया गया था कि उमा भारती को उत्तर प्रदेश विधानसभा का चुनाव नहीं लड़वाया जाएगा। मूलतः मध्य प्रदेश निवासी उमा भारती अगर यूपी से विधानसभा समर में उतरतीं तो विरोधी पार्टियों को उमा भारती के बाहरी होने का मुद्दा बैठे बिठाए ही मिल जाता।
अगले साल के आरंभ में उत्तर प्रदेश में राज्य सभा की एक दर्जन सीट रिक्त हो रही हैं। अप्रेल तक इन्हें भरा जाना है। मौजूदा समीकरणों के हिसाब से यूपी में भाजपा की झोली में एक सीट जाने की उम्मीद जताई जा रही है। इस सीट पर उमा भारती के अलावा विनय कटयार भी हाथ पैर मार रहे हैं। भाजपा नेतृत्व विनय कटियार को विधानसभा में झोंकने आतुर दिख रहा है।
कटियार के साथ ही साथ राज्य सभा सदस्य कलराज मिश्र का कार्यकाल भी पूरा होने को है। मिश्र राज्य सभा की दौड़ से हट कर लखनऊ ईस्ट से किस्मत आजमाने जा रहे हैं। भाजपा के पूर्व निजाम राजनाथ सिंह के सुपुत्र पंकज नोएडा से जमीन तलाशने में जुटे हुए हैं। उमा करीबियों का मानना है कि अगर उमा भारती राज्य सभा के रास्ते केंद्र में पहुंच जाती हैं और उत्तर प्रदेश में भाजपा की सरकार बनती है तो वे उत्तर प्रदेश का मुख्यमंत्री बनने की प्रबल दावेदार हो जाएंगी, एसी परिस्थिति में उमा राज्य सभा से त्यागपत्र दे सकती हैं।
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