रविवार, 18 दिसंबर 2011

कम नहीं हो रहीं चिदम्बरम की मुश्किलें


कम नहीं हो रहीं चिदम्बरम की मुश्किलें



नई दिल्ली (साई)। गृह मंत्रालय की सिफारिश पर होटल कारोबारी एस.पी. गुप्ता के खिलाफ दर्ज केस वापस लेने की अर्जी देने वाली दिल्ली सरकार ने विवाद उठने के बाद अपना रुख बदल लिया। अब कोर्ट में दी अर्जी में सरकार ने केस चलाने के लिए पर्याप्त सबूत होने की बात कही है। इस बीच, प्रधानमंत्री डॉ.मनमोहन सिंह ने भी गृह मंत्री पलनिअप्पम चिदंबरम का बचाव करने की कोशिश की।

अडिशनल चीफ मेट्रोपॉलिटन मैजिस्ट्रेट सुनील चौधरी की अदालत में दिल्ली सरकार की तरफ से कहा गया कि वकील पी. चिदंबरम के क्लाइंट रहे सनएयर होटल्स के मालिक गुप्ता के खिलाफ फर्जीवाड़े और धोखाधड़ी के मुकदमे इस स्टेज पर वापस लेने से न्याय हित में असर पड़ेगा। असिस्टेंट पब्लिक प्रॉसिक्यूटर घनश्याम श्रीवास्तव ने एक केस का जिक्र करते हुए कहा कि केस फाइल और उपलब्ध सबूतों की गंभीर स्टडी के बाद मुझे लगा कि आरोपियों के खिलाफ पर्याप्त सबूत हैं। सरकार ने तीनों मामलों में अलग-अलग अर्जियां देकर कहा कि मुकदमे जारी रखने के लिए पर्याप्त मटीरियल है।

उधर रूस से लौटते वक्त प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कहा है कि गृह मंत्री चिदंबरम ऐसे आरोप से इनकार कर चुके हैं, जो उनके ऊपर मढ़ा जा रहा है। वैसे, विदेश यात्रा पर होने के कारण मुझे अभी तक उनसे बात करने का मौका नहीं मिला है।

इस मामले में भाजपा ने तल्ख रवैया अपना लिया है। बीजेपी नेता वैंकेया नायडू ने कहा कि यह पद के दुरुपयोग का सीधा मामला है, चिदंबरम को इस्तीफा दे देना चाहिए। चिदंबरम का यह कहना कि उन्हें मंत्रालय के एक अधिकारी द्वारा लिखे लेटर की जानकारी नहीं थी, बिल्कुल गलत है। नायडू ने लेटर दिखाते हुए कहा कि अधिकारी ने साफ लिखा था कि इसे गृह मंत्री की मंजूरी प्राप्त है। बीजेपी नेता ने कहा कि हम इस मसले को ऐसे ही नहीं छोड़ेंगे, इसे नतीजे तक पहुंचाएंगे।

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