प्रदेश में करीब आठ लाख स्वाइल हेल्थ कार्ड पत्रक वितरित
(वी;दीप्ति)
भोपाल (साई)। किसान-कल्याण
तथा कृषि विकास विभाग द्वारा मध्यप्रदेश के सभी किसानों के खेतों की
मिट्टी का परीक्षण करवाने का लक्ष्य रखा गया है। इस दिशा में अप्रैल 2009
से अब तक लगभग 7 लाख 90 हजार से अधिक मृदा स्वास्थ्य पत्रक (स्वाइल हेल्थ
कार्ड) जारी किये जा चुके हैं। बारहवीं पंचवर्षीय योजना में लगभग एक करोड़
पत्रक जारी किये जाना प्रस्तावित है।
मिट्टी
परीक्षण, खेत की मिट्टी में उपलब्ध पौध पोषक तत्वों की मात्रा को जानने और
फसलों से समुचित उत्पादन लेने के लिये जरूरी तत्वों की गणना करने के लिये
एक आसान और विश्वसनीय तरीका है। प्रदेश में मिट्टी के नमूनों के शीघ्र
विश्लेषण के लिये 53 प्रयोगशाला का उपयोग किया जा रहा है। इनमें 24 कृषि
विभागीय प्रयोगशाला के अतिरिक्त राज्य कृषि विपणन बोर्ड की 24 मण्डियों में
स्थापित प्रयोगशालाओं तथा कृषि विश्वविद्यालयों की 25 प्रयोगशालाओं के
माध्यम से मिट्टी के नमूनों का परीक्षण किया जा रहा है।
प्रदेश
में कृषि जोतों की संख्या लगभग एक करोड़ है। इतने बड़े स्तर पर मिट्टी
परीक्षण करने के लिये निजी संस्थाओं से पीपीपी मोड में नमूनों के एकत्रीकरण
से लेकर विश्लेषण तथा सॉफ्टवेयर के माध्यम से मृदा स्वास्थ्य पत्रक तैयार
करने में सहायता ली जायेगी। इसके लिये जल्दी ही किसान-कल्याण तथा कृषि
विकास विभाग विभिन्न संस्थाओं से एमओयू करने जा रहा है। परीक्षण के बाद
मिट्टी संबंधी अनुशंसाओं को किसानों के उपयोग के लिये विभागीय वेबसाइट पर
अपलोड किया जायेगा।
सामान्य
रूप से मिट्टी परीक्षण प्रयोगशालाओं में तीन प्रमुख तत्व-नत्रजन, फास्फोरस
और पोटाश का विश्लेषण किया जाता है। प्रदेश की 24 प्रयोगशाला में नवीन
एटोमिक एब्जार्शन स्पेक्ट्रोमीटर लगाये जाने के बाद सूक्ष्म पोषक तत्वों का
विश्लेषण भी आसान हो चुका है। इसलिये विभाग द्वारा प्रत्येक विकासखण्ड से
कम से कम 100 नमूनों का परीक्षण करवाने के निर्देश दिये हैं।
अभी
तक वितरित किये गये कुल 7 लाख 90 हजार 215 स्वाइल हेल्थ कार्ड में से
सर्वाधिक 46 हजार 204 जिला सीहोर में, 38 हजार 643 जिला इंदौर में, 35 हजार
146 जिला धार और 32 हजार 813 कार्ड जिला सागर में बाँटे गये हैं।
इसके
अलावा जबलपुर जिले में 20 हजार 804, कटनी में 10 हजार 759, बालाघाट में 9,
719, सिवनी में 15 हजार 953, छिन्दवाड़ा में 29 हजार 699, मण्डला में
3,729, नरसिंहपुर में 23 हजार, सागर में 34 हजार 93, दमोह में 16 हजार 557,
छतरपुर में 23 हजार 747, पन्ना में 10 हजार 237, टीकमगढ़ में 18 हजार 423,
रीवा में 27 हजार 971, सतना में 14 हजार 752, सीधी में 2,722, सिंगरौली
में 3,092, शहडोल में 5,093, अनूपपुर में 4,763, डिण्डोरी में 6,019,
उमरिया में 4,587, इंदौर जिले में 38 हजार 643, झाबुआ में 25 हजार 345, धार
में 36 हजार, खण्डवा में 23 हजार 404, खरगोन में 21 हजार 85, अलीराजपुर
में 12 हजार 434, बड़वानी में 7,889, बुरहानपुर में 13 हजार 386, उज्जैन
में 10 हजार 245, रतलाम में 15 हजार 616, देवास में 16 हजार 63 और शाजापुर
जिले में 15 हजार 529 मृदा स्वास्थ्य पत्रक वितरित किये गये हैं। साथ ही
मंदसौर जिले में 20 हजार, नीमच में 10 हजार 861, ग्वालियर में 19 हजार 642,
शिवपुरी में 6,120, गुना में 8,720, दतिया में 4,839, अशोकनगर में 5,047,
मुरैना में 14 हजार 710, श्योपुर में 9,950, भिण्ड में 10 हजार 777, भोपाल
में 9,268, सीहोर में 46 हजार 204, विदिशा में 12 हजार 406, रायसेन में 13
हजार 941, राजगढ़ में 7,829, होशंगाबाद में 28 हजार 438, हरदा में 14 हजार
500 और बैतूल जिले में 26 हजार 159 स्वाईल हेल्थ कार्ड जारी किए गए हैं।
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