बालिका के दुराचार
की जांच आईजी को
(दीपांकर श्रीवास्तव)
लखनऊ (साई)। उत्तर
प्रदेश सरकार ने घोषणा की है कि वह महोबा के चरखारी थाना क्षेत्र में एक नाबालिग
बालिका से दुराचार की जांच आईजी स्तर के अधिकारी से कराएगी। सरकार ने यह आश्वासन
विधान परिषद में दिया। शून्यकाल के दौरान नेता विरोधी दल नसीमुद्दीन ने यह मामला
उठाया और कार्य स्थगन की मांग की।
उन्होंने कहा कि
उक्त बालिका को इलाके के ही दो दबंग उठाकर जंगल में ले गए और दुराचार किया। छह मई
की इस घटना की एफआईआर पुलिस ने 18 मई को दर्ज की। उन्होंने कहा कि पुलिस इस
मामले में अभियुक्तों को संरक्षण दे रही है। अभी तक एक भी आरोपी पकड़ा नहीं जा सका
है। अभियुक्तों की ओर से भुक्तभोगी को लगातार जान से मारने की धमकी दी जा रही है।
नेता सदन अहमद हसन
ने बताया कि इस मामले में पुलिस ने बालिका का हलफनामा दिया था कि उसके साथ दुराचार
नहीं हुआ लेकिन धारा 164 के तहत बयान में उसने दुराचार की बात स्वीकार की है। इसके
आधार पर कार्यवाही की जा रही है। उन्होंने कहा कि पुलिस की भूमिका जांच दूसरे जोन
में तैनात आईजी स्तर के किसी अफसर से कराई जाएगी। किसी भी दोषी को बख्शा नहीं
जाएगा।
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