चिदम्बरम के मामले
में मौन है कांग्रेस
(महेश रावलानी)
नई दिल्ली (साई)।
कांग्रेस प्रवक्ता राशिद अल्वी ने कहा है कि पार्टी २००९ के लोकसभा चुनाव के मामले
में गृहमंत्री पी चिदम्बरम के खिलाफ याचिका रद्द करने के उनके अनुरोध को मद्रास
उच्च न्यायालय द्वारा खारिज किए जाने के मामले पर विचार कर रही है। उन्होंने कहा
कि न्यायालय के आदेश के अध्ययन के बाद ही कांग्रेस इस बारे में अपनी प्रतिक्रिया जाहिर
करेगी। श्री अल्वी ने भाजपा से कहा कि उसे कांग्रेस की आलोचना करने से पहले अपने
भीतर झांकना चाहिए।
अल्वी ने कहा कि
भारतीय जनता पार्टी को कांग्रेस द्वारा कई मर्तबा मश्विरा दिया जा चुका है। आज ऐसा
समय है कि भारतीय जनता पार्टी को अपने बारे में, अपनी पार्टी के
बारे में चिंता करनी चाहिए कि पार्टी के अंदर जो झगड़े है उनकों देखना चाहिए, बनिस्बत इसके कि
बेबुनियाद बातें की जायें।
उधर, भारतीय जनता पार्टी
ने गृहमंत्री पी चिदम्बरम के लोकसभा के लिए चुनाव को चुनौती देने वाली याचिका को
मद्रास उच्च न्यायालय द्वारा खारिज करने से इंकार किए जाने के बाद श्री चिदम्बरम
के त्यागपत्र की मांग की है। नई दिल्ली में पार्टी अध्यक्ष नितिन गडकरी ने कहा कि
गृहमंत्री को तुरन्त त्यागपत्र दे देना चाहिए।
गड़करी ने कहा कि
गृह मंत्री पलनिअप्पम चिदम्बरम को नैतिकता के आधार पर पद पर रहने का उनको कोई
अधिकार नहीं है, उन्होंने
इसके पहले ही अपने पद से इस्तीफा देना चाहिए था। इस बीच, गृहमंत्री पी
चिदम्बरम ने मद्रास उच्च न्यायालय के फैसले को देखते हुए इस्तीफे की संभावना से
इंकार किया है। उन्होंने कहा कि यह एक चुनाव याचिका है और पन्द्रहवीं लोकसभा के सदस्यों
के खिलाफ ऐसी एक सौ ग्यारह याचिकाएं दायर की गई हैं।
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