सीरिया के हालात
चिंताजनक
(अंकिता रायजादा)
न्यूयार्क (साई)।
भारत ने सीरिया के घटनाक्रम पर चिंता व्यक्त की है और कहा है कि सीरिया में बघ्ते
सैन्यकरण से इस क्षेत्र में शांति और सुरक्षा के लिए गंभीर स्थिति पैदा हो जाएगी।
संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थाई प्रतिनिधि हरदीप सिंह पूरी ने चेतावनी दी है कि
सीरिया में १५ महीने से जारी संकट में सैन्य हस्तक्षेप से साम्प्रदायिक गृहयुद्ध
भघ्क सकता है। श्री पूरी सीरिया की स्थिति पर कल संयुक्त राष्ट्र महासचिव की
अनौपचारिक पूर्ण बैठक को संबोधित कर रहे हैं।
शंघाई सहयोग संगठन
ने भी सैन्य हस्तक्षेप या पश्चिम एशिया में बल पूर्वक सत्ता परिवर्तन का विरोध
किया है। पेईचिंग में दो दिन के सम्मेलन के समापन पर संयुक्त घोषणा में शंघाई
सहयोग संगठन के नेताओं ने विश्व समुदाय से अपील की कि इस क्षेत्र में लोगों के
स्वतंत्र विकल्प का आदर किया जाए।
उधर, संयुक्त राष्ट्र
महासचिव बान की मून ने चेतावनी दी है कि सीरिया गृहयुद्ध की कगार पर पहुंच गया है
और क्षेत्र के लिए इसकी प्रतिक्रिया विध्वंसक हो सकती है। श्री बान की मून ने
सीरिया में जनसंहार को मानवता के विरूद्ध अपराध बताया।
संयुक्त राष्ट्र
महासचिव बान की मून ने कहा है कि सीरिया में हालात बेकाबू होते जा रहे हैं और अब
वहां गृहयुद्ध का खतरा बिल्कुल सामने है, जबकि संयुक्त राष्ट्र के विशेष दूत कोफी अन्नान
ने सीरिया सरकार पर दबाव बघने और उसे आगह करने को कहा कि शांति योजना को पूरी तरह
नहीं लागू करने के क्या अंजाम हो सकते हैं।
दोनों नेताओं के
बयान हमा प्रांत के अल कुबैर में हुए नरसंहार के रिपोर्टों के बीच आए हैं। जिनमें
कहा गया था कि ७८ लोग मारे गए हैं। जिनमें कई महिलाएं और बच्चे भी हैं। घटना स्थल
पर गए संयुक्त राष्ट्र पर्यवेक्षकों पर भी गोलियां चलाई गई मगर कोई नुकसान नहीं
हुआ। इस बीच, सीरिया
सरकार ने कहा है कि अल कुबैर में हथियारबंद आतंकियों के हमले में नौ लोग मारे गए
हैं।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें