मंगलवार, 2 अक्टूबर 2012

भोपल के सिंघम बने सलीम खान


भोपल के सिंघम बने सलीम खान

(संतोष पारदसानी)

भोपाल (साई)।जनता में दहशत फैलाकर खौफ का पर्याय बन चुके कुख्यात बदमाश मुख्तार मलिक और उसके आठ साथियों का राजधानी पुलिस ने शनिवार को सरेराह जुलूस निकला। थाना जहांगीराबाद से पुलिस कंट्रोल रूम तक निकाले गए जुलूस में सभी बदमाशों के हाथों में हथकडिय़ां लगी थी और पुलिस उन्हें धकियाते हुए चल रही थी। जिस रास्ते से यह जुलूस निकला, बदमाशों को देखने के लिए लोगों ने अपनी गाडिय़ां तक रोक लीं।
यह वहीं मुख्तार है, जिसे 17 साल पहले राजधानी की जिला अदालत में गैंगवार के मामले में हाईकोर्ट ने तो फांसी की सजा सुनाई थी, लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने उसे बरी कर दिया था। मुख्तार के खिलाफ हत्या, हत्या का प्रयास, बलात्कार, अपहरण, अड़ीबाजी समेत कई अन्य गंभीर मामलों के पचास से ज्यादा अपराध दर्ज हैं। मुख्तार पहली बार पुलिस की गिरफ्त में आया है। दरअसल, अब तक वह खुद सरेंडर करता आया है।
इस पूरे आपरेशन में जहांगीराबाद के नगर पुलिस अधीक्षक सलीम खान की भूमिका पर समूचा प्रदेश गर्व कर रहा है। कर्तव्य के प्रति पूरी तरह सजग और ईमानदार सलीम खान ने मुख्तार को पकड़कर जिस तरह उसकी परेड करवाई उससे लोगों के मन में मुख्तार के प्रति व्याप्त भय समाप्त हो गया है।

कोई टिप्पणी नहीं: