मीडिया देती है राज
ठाकरे को अहमियत
(निधि गुप्ता)
मुंबई (साई)।
बॉम्बे हाई कोर्ट ने कहा है कि राज ठाकरे जैसे नेता किसी अहमियत के हकदार नहीं
हैं। उसने महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (एमएनएस) प्रमुख राज के खिलाफ दायर अवमानना
याचिका पर सुनवाई से इनकार करते हुए यह संकेत भी दिया है कि मीडिया ऐसे नेताओं को
पब्लिसिटी देकर बड़ा बनाता है।
वकील एजाज नकवी ने
हाई कोर्ट के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणियां करने के लिए राज ठाकरे के खिलाफ अवमानना
याचिका दायर की थी। राज की पार्टी को शिवाजी पार्क में रैली की इजाजत नहीं दी गई
थी, जिसके बाद
उन्होंने ऐसी टिप्पणियां की थीं। चीफ जस्टिस मोहित शाह ने कहा, वह (राज ठाकरे)
किसी अहमियत के हकदार नहीं हैं। लेकिन ऐसी याचिकाओं से उन्हें अहमियत मिल रही है, जिसकी कोई जरूरत
नहीं है।
कार्टूनिस्ट असीम
त्रिवेदी के मामले का उदाहरण देते हुए अदालत ने कहा, असीम त्रिवेदी ने
कुछ कार्टून बनाए थे। लेकिन जब उन्हें गिरफ्तार किया गया तभी लोगों को उन
कार्टूनों के बारे में पता चला। उससे पहले किसी को नहीं मालूम था कि असीम कौन हैं?
राज के मामले को
असीम के समानांतर रखते हुए जस्टिस शाह ने कहा, अगर मीडिया इस शख्स
(राज ठाकरे) के बयानों को न दिखाए ना छापे तो किसी को यह नहीं पता चलेगा कि वह
क्या कह रहा है। बेंच ने इस मामले की सुनवाई यह कहते हुए स्थगित कर दी कि वह इस पर
बाद में विचार करेगा।
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