लो खोज लाए मोदी की
पत्नि को!
(जलपन पटेल)
अहमदाबाद (साई)।
कांग्रेस के कार्यकर्ता भले ही अपनी राजमाता श्रीमति सोनिया गांधी की बीमारी ना
खोज पाए हों पर वे गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी की पत्नि को अवश्य ही खोज
लाए हैं।नरेन्द्र मोदी ने सुनंदा के बारे में 50 करोड़ के गर्लफ्रेण्ड वाली टिप्पणी
क्या की, ऐन चुनाव
के मौके पर उनके सिर पर आफत आ गई। मोदी के सिर पर आफत बनकर और नहीं उतरा बल्कि वही
दिग्विजय सिंह एक बार फिर सामने आ गये जो संकटग्रस्त कांग्रेस को उबारने के लिए
अक्सर मोर्चा संभालते रहते हैं। दिग्विजय सिंह ने कहा है कि नरेन्द्र मोदी शादी
शुदा हैं और उनकी पत्नी का नाम यशोदा मोदी है। दिग्विजय सिंह सवाल पूछ रहे हैं कि
आखिर क्या कारण है कि नरेन्द्र मोदी अपने वैवाहिक स्थिति के बारे में कभी स्पष्ट
रूप से कुछ नहीं बताते हैं। सुनंदा पुष्कर पर दिये बयान के बाद हालांकि दिग्विजय
सिंह चुप हैं लेकिन यह बात सच है कि ऐन गुजरात चुनाव के मौके पर नरेन्द्र मोदी का
विवाह प्रसंग नरेन्द्र मोदी को भारी पड़ सकता है।
पिछले विधानसभा
चुनाव से भी पहले इसी तरह नरेन्द्र मोदी के विवाह प्रसंग पर सवाल उठे थे। उस वक्त
यू ट्यूब पर एक विडियो आया था जिसमें यशोदा बेन मोदी नाम की एक महिला ने दावा किया
था कि वह गुजरात के मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी की पत्नी हैं और उनकी शादी दामोदर
मोदी के बेटे नरेन्द्र मोदी से हुई है। उस वक्त से लेकर आज तक यह विडियो यू ट्यूब
पर मौजूद है जिसमें यशोदा बेन का दावा सही सलामत है। हालांकि एक स्कूल में टीचर
यशोदा बेन ने उस वक्त विवाद बढ़ने पर कहा था कि वे उन्हें (नरेन्द्र मोदी) को
परेशान नहीं करना चाहती इसलिए बाद में उन्होंने मीडिया से मिलने से भी परहेज किया
था।
नरेन्द्र मोदी के
विवाह के बारे में जो जानकारी उपलब्ध है उसके अनुसार और जैसा कि खुद यशोदा बेन यू
ट्यूब के विडियो में स्वीकार करती हैं कि उनकी शादी नरेन्द्र मोदी से 1968 में हुई
थी। लेकिन दोनों के बीच कभी कोई रिश्ता कायम नहीं हो सका। शादी के बाद विदा होकर
यशोदा बेन कभी नरेन्द्र मोदी के घर नहीं आ सकीं क्योंकि विवाह के बाद ही नरेन्द्र
मोदी राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रचारक बन गये थे। इसके बाद यशोदा बेन न तो
नरेन्द्र मोदी के घर विदा होकर गईं और न ही उन्होंने दूसरी शादी की। अब वे एक
स्कूल टीचर के बतौर अपनी जिंदगी बसर करती हैं।
अगर यशोदा बेन के
कहे अनुसार ही दोनों की शादी 1968 में हुई थी तो उस वक्त नरेन्द्र मोदी की उम्र 18
साल थी। यानी यशोदा बेन भले ही नाबालिग रहीं हो लेकिन नरेन्द्र मोदी बालिग हो चले
थे। छुटपुट तौर पर जो जानकारियां उपलब्ध हैं उसके मुताबिक नरेन्द्र मोदी की
पारिवारिक स्थिति उन दिनों बहुत खराब थी और खुद नरेन्द्र मोदी बड़े भाई के साथ
मिलकर चाय की दुकान चलाते थे। लेकिन उन्हीं दिनों पढ़ाई के दौरान वे संघ और
विद्यार्थी परिषद के संपर्क में आये और बाद में भाजपा की राजनीति में सक्रिय हो
गये।
लेकिन यहां सवाल
नरेन्द्र मोदी की शादी पर दिग्विजय सिंह के आरोप का है। तकनीकि तौर पर निश्चित रूप
से नरेन्द्र मोदी की शादी यशोदा बेन से हुई है लेकिन विवाह के बाद लगभग चालीस साल
तक दोनों एक दूसरे से अलग रहे हैं और खुद यशोदा बेन ने अपनी तरफ से कभी नरेन्द्र
मोदी पर सवाल नहीं उठाये। लेकिन दिग्विजय सिंह मैदान में उतरेंगे तो कुछ न कुछ ऐसा
जरूर कहेंगे जो सबका ध्यान अपनी ओर आकर्षित करे। निश्चित रूप से दिग्विजय सिंह ने
मोदी की उस दुखती रग पर हाथ रख दिया है जिसके बारे में खुद मोदी शायद ही कभी कुछ
बोलें।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें