बुधवार, 19 दिसंबर 2012

जोशी से मिल सड़का का दुखड़ा रोया शिव ने


जोशी से मिल सड़का का दुखड़ा रोया शिव ने

(मणिका सोनल)

नई दिल्ली (साई)। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान यहां केन्द्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री सी.पी. जोशी से मुलाकात कर प्रदेश के राष्ट्रीय राजमार्गों और अन्य सड़कों की खराब एवं खस्ता हालत की स्थिति से अवगत कराया। बैठक में मुख्यमंत्री के साथ नेता प्रतिपक्ष लोकसभा श्रीमती सुषमा स्वराज सहित केन्द्र और राज्य सरकार के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे। चौहान ने केन्द्रीय मंत्री को प्रदेश की सड़कों की खराब हालत के बारे में बताते हुए कहा कि खराब सड़कों से जनता काफी असंतुष्ट है। सड़कों में जगह-जगह बड़े गड्ढे बने हुए हैं और यातायात की दृष्टि से ठीक नहीं हैं। इससे कभी भी दुर्घटना होने की आशंका बनी रहती है। उन्होंने कहा कि सड़कों को ठीक करने और उसके रख-रखाव की जिम्मेदारी केन्द्र और राज्य सरकार दोनों की है। चौहान ने बताया कि राज्य सरकार अपने संसाधनों से खराब सड़कों की मरम्मत के लिए सवा सौ करोड़ रुपये खर्च कर चुकी है जोकि पर्याप्त नहीं है। लेकिन राष्ट्रीय राजमार्गों की स्थिति अभी भी काफी खराब है और जिनका अविलम्ब ठीक किया जाना बहुत जरूरी है। उन्होंने कहा कि उत्तर से दक्षिण और पूरब से पश्चिम भारत जाने के लिए सभी राष्ट्रीय राजमार्ग मध्यप्रदेश से होकर निकलते हैं। अतः उनको समय रहते ठीक कराया जाना अति आवश्यक है। चौहान ने केन्द्र सरकार से इन राष्ट्रीय राजमार्गों की मरम्मत के लिए सहयोग की अपेक्षा की।
श्री चौहान ने केन्द्रीय मंत्री से मध्यप्रदेश सड़क विकास निगम से संबंधित लंबित मुद्दों पर चर्चा की। इसमें मुख्यतः वी.जी.एफ. से संबंधित दावों का भुगतान, यूटिलिटी शिफ्टिंग, योजनाओं के भूमि अधिग्रहण के लिए आवश्यक राशि के भुगतान आदि हैं। इसके साथ ही चौहान ने भू-अधिग्रहण के लिए धारा 3 (ए) तथा 3 (डी) के नोटिफिकेशन तथा राष्ट्रीय राजमार्ग क्रमांक 75 के झांसी-बमीठा सेक्शन के निर्माण के संबंध में भी बात की।
श्री चौहान ने राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण से जुड़े मुद्दे जैसे राजमार्गों के निर्माण के लिए दिए गए अनुबंध निष्पादित किये जाने के उपरांत इन राजमार्गों के कार्य में निर्माणाधीन हिस्सों के रख-रखाव के बारे में चर्चा की। इसके साथ ही लोक निर्माण विभाग के अंतर्गत आने वाले राष्ट्रीय राजमार्गों से संबंधित विषयों पर केन्द्रीय मंत्री का ध्यान आकर्षित किया। उन्होंने साधारण मरम्मत एवं बाढ़ क्षति मद के अंतर्गत पर्याप्त धनराशि उपलब्ध कराये जाने की मांग की। चौहान ने राष्ट्रीय राजमार्ग के अंतर्गत कार्य की स्वीकृति एवं संपादन की प्रक्रिया के सरलीकरण किये जाने की मांग की। उन्होंने बताया कि वर्ष 2012-13 में लगभग 13 प्राक्कलनों की स्वीकृति के अतिरिक्त वार्षिक योजना से संबंधित मंत्रालय में सात पुनरीक्षित प्राक्कलनों की स्वीकृति के बाद क्रियान्वयन के लिए लंबित है।
केन्द्रीय सड़क परिवहन मंत्री जोशी ने मुख्यमंत्री चौहान के द्वारा उठाये गये मुद्दों को ध्यानपूर्वक सुना और शीघ्र ही सकारात्मक उचित कार्यवाही किये जाने का आश्वासन दिया।

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