फर्जी प्रेस पर गिरी यातायात पुलिस की गाज!
(रीता वर्मा)
शिमला (साई)। राजधानी में प्रैस की
स्टीकरों का धड़ल्ले से इस्तेमाल करने वाले वाहनों पर यातायात पुलिस ने डंडा चला
दिया है। पुलिस ने अभी तक पांच वाहनों के चालान काटे, जिन्होंने प्रैस के स्टीकर चस्पा रखे
थे। जिनके चालान पुलिस ने काटे वे न तो किसी प्रैस में कार्यरत थे और न ही परिवार
का कोई और सदस्य प्रैस से संबधित था।
यातायात पुलिस ने इन वाहनों के चालान
काट कर सख्त हिदायत दी है कि भविष्य में भी अगर वाहनों पर प्रैस का स्टीकर देखा
गया तो कठोर कार्रवाई होगी। वहीं अब पुलिस ने हिमाचल प्रदेश लोक संपर्क विभाग
द्वारा मान्यता प्राप्त 156 मीडिया कर्मियों के वाहनों की सूची को छोड़ अन्य
सभी वाहनों पर लगे स्टीकरों को हटाने के लिए निर्देश दे दिए हैं। कई प्रेस से
संबंधित पत्रकारों को कार्यालय से कार्ड या स्टीकर जारी हुए हैं, लेकिन इन्हें अब यातायात पुलिस मान्य
करार नहीं देगी।
ज्ञातव्य है कि राजधानी प्रैस के स्टीकर
चस्पा कर पुलिस की आंखों के धूल झोंकी जा रही है। शहर में आए दिन ऐसे अनेकों वाहन
सड़कों पर दौड़ते नजर आते हैं जिन पर प्रैस शब्द लिखा होता है। वाहनों पर प्रैस शब्द
का दुरुपयोग करने वाले तथाकथित पत्रकार कई बार अपनी धौंस पुलिस पर भी जमाते हैं।
पुलिस भी ऐसे पत्रकारों को सलाम ठोंकती नजर आती है।
पुलिस की मानें तो उनके पास राजधानी में
पत्रकारिता व्यवसाय से जुड़े पत्रकारों की सूची उपलब्ध नहीं थी, लेकिन अब उन्होंने मान्यता प्राप्त
पत्रकारों की सूची तैयार कर ली है। शहर के प्रतिबंधित मार्गाे और पार्किग स्थानों
पर ऐसे वाहन देखे जा सकते हैं, जिन पर प्रैस का स्टीकर लगा होता है।
यातायात पुलिस ने शहर में कुछ दिन से प्रैस की गाड़ियों केदस्तावेजों का निरीक्षण
किया और जिन वाहनों के पास प्रैस से संबंधित कोई दस्तावेज नहीं था उनके चालान काटे
गए है। उन सभी फर्जी पत्रकारों की सूची तैयार कर यातायात पुलिस ने तैयार कर ली है।
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