मंगलवार, 19 मार्च 2013

बालाघाट जबलपुर का काम रूका है फोरलेन के कारण


0 सिवनी से नहीं चल पाएगी पेंच व्हेली ट्रेन . . . 17

बालाघाट जबलपुर का काम रूका है फोरलेन के कारण

(संजीव प्रताप सिंह)

सिवनी (साई)। बालाघाट से नैनपुर रेल लाईन में नेरो गेज से ब्राडगेज अमान परिवर्तन का काम वन विभाग के क्लीयरसेंस का काम अभी भी रूका हुआ है। यह क्लीयरेंस कब मिलेगा इस बारे में कहा नहीं जा सकता है, किन्तु कहा जा रहा है कि अगर इसे क्लीयरेेस दे दिया गया तो फिर सिवनी जिले में वाईल्ड लाईफ कारीडोर के नाम पर फोरलेन में फसे फच्चर को हटाने के मार्ग अपने आप प्रशस्त हो जाएंगे।
रेल्वे बोर्ड के सूत्रों ने समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया को बताया कि बालाघाट नैनपुर जबलपुर रेल खण्ड के अमान परिवर्तन का काम वास्तविक तौर पर गोंदिया से जबलपुर रेल खण्ड के अमान परिवर्तन का ही हिस्सा है। यह प्रथक से कोई नई परियोजना नहीं है। इसमें एक ब्रांच लाईन बालाघाट कटंगी भी जोड़ी गई है।
रेल्वे बोर्ड के सूत्रों ने साई न्यूज को आगे बताया कि गोंदिया से बालाघाट मेल लाईन और बालाघाट से कटंगी ब्रांच लाईन का काम पूरा हो चुका है। इस मूल परियोजना मे अब तक 63 फीसदी काम पूरा हो चुका है। शेष काम में बालाघाट और सिवनी जिले की वन भूमि का अडंगा प्रमुख समस्या के रूप में सामने आ रहा है।
सूत्रों ने समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया को आगे बताया कि गोंदिया से जबलपुर अमान परिवर्तन के काम की परियोजना को 1037.90 करोड़ की धनराशि से पूरा किया जाना प्रस्तावित था। इस परियोजना में बालाघाट और सिवनी जिले के वन विभाग की भूमि के हस्तांतरण होने के उपरांत वन भूमि का रेल्वे को मिलने की तिथि से तीन वर्ष के अंदर इस परियोजना को मूर्तरूप दिया जा सकेगा।
सूत्रों ने यह भी बताया कि उद्योगपति गौतम थापर के स्वामित्व वाले अवंथा समूह के सहयोगी प्रतिष्ठान मेसर्स झाबुआ पावर लिमिटेड के द्वारा घंसौर में डाले जा रहे पावर प्लांट में कोयला आपूर्ति के लिए जबलपुर से नैनपुर तक के रेल खण्ड का अमान परिवर्तन का काम युद्ध स्तर पर जारी है।
सूत्रों ने यह भी कहा कि अगर बालाघाट से नैनपुर तक के अमान परिवर्तन में वन विभाग की बाधाएं हटा दी गईं तो इसी आधार पर सिवनी से नागपुर जाने वाले नेशनल हाईवे के फोरलेन कारीडोर जिसे रोकने के लिए कांग्रेस और भाजपा के नेता पुरजोर कोशिश कर रहे हैं के बनने के मार्ग प्रशस्त हो जाएंगे, संभवतः यही कारण है कि इस रेल खण्ड को अभी उलझाए रखा गया है।
(क्रमशः जारी)

कोई टिप्पणी नहीं: