साई बाबा संस्थान ने दी सफाई
(विनीता विश्वकर्मा)
पुणे (साई)। साई बाबा संस्थान के मुख्य
कार्यकारी अधिकारी किशोर मोरे ने संस्थान में घालमेल होने की बात से साफ इंकार
किया है। उन्होंने कहा कि वे आरोपों से इतने आजिज आ चुके हैं कि पद छोड़ने को तैयार
हैं। उन्होंने यह भी कहा कि वह मामले की सीबीआई जांच को भी तैयार है।
ज्ञातव्य है कि आरटीआई कार्यकर्ता संजय
काले ने आरोप लगाया है कि साईबाबा के भक्तों द्वारा चढाये गए सोने के आभूषणों को
गलाने के दौरान बड़ा घपला किया गया है। राज्य सरकार के नियम के अनुसार इन जेवरों को
मंदिर के त्योहारों या गुरुवार, रविवार को सार्वजनिक नीलामी करके बेचा
जाना चाहिये।
काले ने आरोप लगाया है कि पिछले कई साल
से निर्धारित तारीखों पर कोई नीलामी नहीं हुई, बल्कि सोने को गलवाने में भी अधिकारियों
ने घपला किया। उन्होंने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण को पत्र लिखकर
इन अधिकारियों की संपत्ति की जांच की मांग की है।
उधर, इन आरोपों को खारिज करते हुए साई
संस्थान के मुख्य कार्यकारी अधिकारी किशोर मोरे ने कहा कि यह सब शिर्डी संस्थान को
बदनाम करने की साजिश है । इससे लोगों की शिर्डी में आस्था कम होगी। संस्थान में
कोई अनियमितता नहीं हुई है और इसकी सीबीआई जांच कराई जा सकती है।
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