लाजपत ने लूट लिया जनसंपर्क
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शर्म से सर झुक जाएगा शिवराज का!
(आकाश कुमार)
नई दिल्ली (साई)। गणतंत्र दिवस पर
आयोजित समारोह में मध्य प्रदेश की झांकी लगातार दूसरे साल ना आ पाने के कारण इस
बार समूचे हृदय प्रदेश का सर शर्म से दूसरी बार झुका रहेगा। मध्य प्रदेश के आला
अधिकारियों की लापरवाही और लाल फीताशाही के कारण शिवराज सिंह चौहान का सिर भी गर्व
से इस बार शायद ही उठ सके।
केंद्रीय रक्षा मंत्रालय के
डीसेरेमोनियल अनुभाग के एक आला अधिकारी ने नाम उजागर ना करने की शर्त पर समाचार
एजेंसी ऑफ इंडिया से चर्चा के दौरान बताया कि वर्ष 2012 के गणतंत्र दिवस के लिए
राज्य सरकार द्वारा तीन प्रस्ताव केंद्र को भेजे गए थे, ये तीनों प्रस्ताव बेहद ही कमजोर होने
के कारण निरस्त कर दिए गए थे।
सूत्रों ने आगे बताया कि इस वर्ष तो हद
उस वक्त हो गई जब बार बार चेताने के बाद भी मध्य प्रदेश सरकार द्वारा गणतंत्र दिवस
की झांकी का कोई भी प्रस्ताव नहीं भेजा है। सूत्रों ने साई न्यूज को आगे बताया कि
हर साल जून जुलाई माह में ही राज्यों की सरकारों द्वारा अपने अपने एक से अधिक
प्रस्ताव भेजते हैं जिनमें से विभाग द्वारा कुछ प्रस्तावों में संशोधन भी करवाया
जाता है। सूत्रों ने कहा कि अगर गणतंत्र दिवस पर मध्य प्रदेश की झांकी राजपथ पर
दिखती तो इससे मध्य प्रदेश का प्रचार प्रसार व्यापक स्तर पर होने की संभावना थी।
उधर, देश की राजधानी दिल्ली के मंहगे
व्यवसायिक इलाके कनाट सर्कस के बाराखम्बा रोड़ स्थिति मध्य प्रदेश आवासीय आयुक्त के
कार्यालय के सूत्रों ने समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया को बताया कि इस बार गणतंत्र दिवस
पर मध्य प्रदेश की झांकी राजपथ पर प्रदर्शित ना होने के लिए सीधे सीधे आवासीय
आयुक्त कार्यालय, मध्य प्रदेश के मुख्य सचिव का कार्यालय और आयुक्त जनसंपर्क का कार्यालय
पूरी तरह जिम्मेदार हैं।
(क्रमशः जारी)
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