हेकड़ी छोड़ बातचीत को राजी पाक
(शरद)
नई दिल्ली (साई)। भारत और पाकिस्तान ने
नियत्रंण रेखा पर तनाव कम करने पर सहमति व्यक्त की है। पाकिस्तान ने नियंत्रण रेखा
से जुड़ी चिंताओं के निवारण और नौ साल पुराने संघर्ष विराम को बहाल करने के बारे में
भारत से बातचीत की पेशकश की है। दोनों देशों के सैन्य कमांडरों ने नियंत्रण रेखा
पर तनाव कम करने पर सहमति व्यक्त की। पाकिस्तान की ओर से बताया गया कि उसके
सैनिकों को संघर्ष विराम का कड़ाई से पालन करने और संयम बरतने को कहा गया है। दोनों
देशों के सैन्य संचालन के महानिदेशकों ने टेलीफोन पर बातचीत कर जम्मू-कश्मीर में
नियंत्रण रेखा पर तनाव खत्म करने के तौर तरीकों पर बातचीत की।
इस बीच, पाकिस्तान की विदेश मंत्री हिना रब्बानी
खार ने कल एक बयान में कहा कि तनाव बढ़ना दोनों देशों के लिए ठीक नहीं होगा।
उन्होंने वर्ष दो हजार तीन से लागू संघर्ष विराम को बनाए रखने और नियंत्रण रेखा के
बारे में चिंताएं दूर करने के लिए विदेश मंत्री सलमान खुर्शीद से बातचीत की पेशकश
की।
एक अन्य घटनाक्रम में भारत ने कहा है कि
पाकिस्तान के साथ आर्थिक सहयोग, केवल शांति और स्थिरता के माहौल में आगे
बढ़ सकता है। वाणिज्य और उद्योग मंत्री आनन्द शर्मा ने साफ शब्दों में कहा कि तनाव
की मौजूदा स्थिति पाकिस्तान के साथ व्यापार संबंधों पर प्रतिकूल असर डाल सकती है।
शर्मा का यह बयान, इस महीने की २७ तारीख को आगरा में होने वाले दोनों देशों के वार्षिक
साझेदारी सम्मेलन से पहले आया है। यह सम्मेलन इस कारण महत्वपूर्ण हो गया है, क्योंकि इसमें भाग लेने वाले पाकिस्तान
के वाणिज्य मंत्री मखदूम अमीन फहीम के साथ, शर्मा की कोई बैठक नहीं रखी गई है।
उधर, पाकिस्तान के आरोपों को खारिज करते हुए
थल सेनाध्यक्ष जनरल बिक्रम सिंह ने कहा कि भारतीय सैनिकों ने नियंत्रण रेखा पार
नहीं की और ना ही बिना किसी उकसावे के फायरिंग की है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान
की तरफ हुई मौत जवाबी फायरिंग से हुई होगी।
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