आमला एयर फोर्स एवं सारनी थर्मल पावर
स्टेशन की सुरक्षा को खतरा
(रामकिशोर पवार)
सारणी (साई)। सीमा पर पाकिस्तान की
लगातार शीज फायर का उल्लघंन कर सीमा रेखा पर की जा रही गोलाबारी के बाद पूरे देश
में हाई अलर्ट की घोषणा के बाद पूरे देश के महत्व शहरो एवं संस्थानो की सुरक्षा
व्यवस्था बढ़ा दी गई है लेकिन ताप्तीचंल में बसे बैतूल जिले में पुलिस और सत्ता
पक्ष के विधायक की बेरूखी एवं संरक्षण ने आमला एयर फोर्स स्टेशन एवं सारनी थर्मल
पावर स्टेशन की सुरक्षा पर प्रश्र चिन्ह लगा दिया है। बैतूल जिले में इस बार सवा
सौ से अधिक यूपी के गन्ना मिल के तथाकथित संचालको के साथ संदिग्ध एक समुदाय विशेष
के लोगो की घुसपैठ एवं पुलिस द्वारा ऐसे लोगो का चरित्र सत्यापन न करवाए जाने से
समस्या भयवाह रूप लेती जा रही है। बैतूल जिले की आमला तहसील एवं आमला - सारनी
विधानसभा क्षेत्र में अनाधिकृत रूप से कार्य करने के दौरान यूपी के अपराधिक जिलो
के ढाई सौ से अधिक एक समुदाय विशेष के लोगो की चहल - पहल ने पूरे क्षेत्र में दहशत
का माहौल पैदा कर दिया है। वैसे भी आमला एयर फोर्स स्टेशन में कबाडिय़ों के द्वारा
कई बार सेंघमारी की घटना की जा चुकी है। सारनी थर्मल पावर स्टेशन का तो पूरा कबाड़ा
ही कबाडिय़ों के द्वारा चोरी छुपे बेचा जा चुका है। सारनी एवं पाथाखेड़ा में तो कई
बार सुरक्षा कर्मचारियों के साथ एक समुदाय विशेष के कबाडिय़ों के द्वारा गोली बारी
की घटना को अंजाम देकर कई लोगो की जाने तथा उन पर प्राण घातक हमले तक किए जा चुके
है। आमला क्षेत्र में कबाडिय़ों की बड़े पैमाने पर जमात भी इन्ही समुदाय विशेष के
लोगो की है जो सेन्ट्रल रेल्वे के आमला जक्शन का हजारो टन लोहा को चोरी छुपे बेचे
चुके है। बैतूल जिले के आमला एयर फोर्स स्टेशन , आमला रेल्वे जक्शन एवं सारनी थर्मल पावर
स्टेशन के बीच सवा सौ से अधिक एक समुदाय विशेष के लोगो की चहल - पहल ने लोगो को
सोचने के लिए विवश कर दिया है कि इन लोगो की आमला , बोरदेही, सारनी पुलिस थानो में मुसाफिर दर्ज
क्यों नहीं हो सकी है। दर्ज लोगो का मध्यप्रदेश पुलिस द्वारा यूपी पुलिस से चरित्र
सत्यापन क्यूं नहीं करवाया गया है। राज्य शासन का गन्ना उत्पादक संघ एवं कृषि
विभाग से लेकर अन्य एक दर्जन विभाग की बिना अनुमति के क्षेत्रिय भाजपा विधायक
चौतराम मानेकर एवं आमला थाना प्रभारी , बोरदेही थाना प्रभारी की मिली भगत से चल
रही अवैध मिले वैसे भी अपराधिक गतिविधियों में लिप्त रही है। अनेको मिलो के
तथाकथित संचालक यहां पर कई अपराधो को अंजाम देकर नौ - दो - ग्यारह हो चुके है।
जानकार सूत्रो की माने तो बैतूल जिले में बड़े पैमाने पर इन अवैध गन्ना मिलो के
संचालक यूपी के बदायूं, फतेहपुर, सहित आधा दर्जन जिलो के सैकड़ो एक समुदाय तथा संगठन विशेष के अपराधिक
प्रवृति के लोगो ने अपना डेरा जमा रखा है। इधर आमला पुलिस क्षेत्राधिकार का मामला
बता कर बोरदेही थाना प्रभारी को जवाबदेह बता रही है वहीं दुसरी ओर बोरदेही पुलिस
आमला पुलिस को इन मिलो का संरक्षक बता रही है। आमला एयर फोर्स स्टेशन के प्रभारी
के अनुसार वे अपनी सुरक्षा को लेकर सर्तक एवं सजग है। इन सबके बावजूद भी आमला एवं
बोडख़ी क्षेत्र में सक्रिय एक समुदाय विशेष के कबाडिय़ों के द्वारा यूपी के विभिन्न
जिलो के अपराधिक प्रवृति के लोगो का देश के आतंकवादियों संगठनो से मेल जोल को
नकारा नहीं जा सकता। अखंड भारत का केन्द्र बिन्दु कहे जाने वाले बैतूल जिले में
आतंकवादियों की घुसपैठ की संभावना से नकारा नहीं जा सकता है। गणतंत्र दिवस के
पूर्व जिला प्रशासन एवं पुलिस प्रशासन की इस दिशा में थोड़ी सी भी लापरवाही - लोभ
लालच की प्रवृति बैतूल जिले में किसी बड़ी घटना को अंजाम दे सकती है। वैसे भी बैतूल
जिले की सीमा खंडवा से लगी हुई है। खंडवा में सिमी के कायकर्त्ताओं की सक्रियता
एवं बैतूल जिले की इन्दौर , उज्जैन खंडवा से नजदीकी बैतूल जिले की
सुरक्षा को खतरा पैदा कर सकती है। ऐसे में जरूरी है कि प्रदेश एवं केन्द्र सरकार
के गृह विभाग को बैतूल जिले में स्थित आमला एयर फोर्स स्टेशन एवं सारनी थर्मल पावर
स्टेशन तथा आमला रेल्वे जक्शन को ध्यान में रखते हुए आमला विधान सभा क्षेत्र में
अवैध रूप से संचालित गन्ना मिलो एवं कबाडिय़ों पर लगाम कसनी चाहिए। यदि समय रहते इस
ओर ध्यान नहीं दिया गया तो परिणाम घातक हो सकते है
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