भू-अर्जन कार्रवाई में ढ़िलाई सामने आने
पर होगी सख्त कार्रवाई - कलेक्टर
(राजीव सक्सेना)
ग्वालियर (साई)। भू-अर्जन की कार्रवाई
में किसी भी तरह की ढ़िलाई सामने आने पर संबंधित विभाग के अधिकारी व कर्मचारियों के
खिलाफ कठोर कार्रवाई होगी। एवार्ड सहित भू-अर्जन से संबंधित अन्य सभी कार्यवाही
समयबद्ध कार्यक्रम के तहत पूरी करें। उक्त आशय के निर्देश कलेक्टर पी नरहरि ने
मंगलवार को भू-अर्जन प्रकरणों की समीक्षा बैठक में जल संसाधन तथा राजस्व विभाग के
मैदानी अधिकारियों को दिये।
यहाँ कलेक्ट्रेट के सभागार में आयोजित
हुई बैठक में खासकर हरसी उच्च स्तरीय नहर संभाग क्रमांक-1 व 2 तथा जल संसाधन संभाग
ग्वालियर के अंतर्गत चल रही भू-अर्जन की कार्रवाई की समीक्षा की गई। समीक्षा के
दौरान नरहरि ने कहा कि भू-अर्जन की कार्रवाई की वजह से हरसी उच्च स्तरीय नहर
प्रणाली तथा अन्य जल संरचनाओं के काम कदापि प्रभावित न हों। इसके लिये जल संसाधन विभाग
के अधिकारी तथा तहसीलदार व नायब तहसीलदार आपसी समन्वय बनाकर काम करें। उन्होंने
भू-अर्जन प्रकरणों में अनियमितता बरतने की शिकायत सामने आने पर चीनौर क्षेत्र के
एक पटवारी को निलंबित करने के निर्देश भी दिए। नरहरि ने जिला पंजीयक को भी ताकीद
किया कि संबंधित उप पंजीयकों से वांछित जानकारी तत्परता से मुहैया कराएँ।
बैठक में बताया गया कि हरसी उच्च स्तरीय
नहर संभाग क्रमांक- 1 व 2 तथा जल संसाधन संभाग ग्वालियर के अंतर्गत भू-अर्जन के
कुल 249 प्रकरण प्रचलित हैं। इनमें से 96 प्रकरणों में एवार्ड पारित किए जा चुके
हैं। साथ ही शेष प्रकरणों में से 153 में धारा-4 की कार्रवाई भी हो गई है। कलेक्टर
ने शेष प्रकरणों में भी एवार्ड पारित करने की कार्रवाई जल्द से जल्द पूर्ण करने को
कहा है। उन्होंने यह भी निर्देश दिये हैं कि भू-अर्जन राशि का वितरण अभियान बतौर
किया जाए।
बैठक में संयुक्त कलेक्टर एवं भू-अर्जन
प्रभारी श्रीमती विदिशा मुखर्जी, हरसी उच्च स्तरीय नहर संभाग क्रमांक-1
के कार्यपालन यंत्री सुनील सेठी, क्रमांक-2 के कार्यपालन यंत्री बी के
शर्मा, जल संसाधन संभाग ग्वालियर के कार्यपालन यंत्री बी के गर्ग तथा जिला
पंजीयक ए के सिंह सहित अन्य संबंधित अधिकारी मौजूद थे।
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