12 लाख टेक्सचोर चिन्हित किए आयकर विभाग ने
(प्रदीप चौहान)
नई दिल्ली (साई)।
आयकर मंत्रालय ने सोमवार को कहा है कि इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने ऐसे 12 लाख से ज्यादा
लोगों की पहचान की है, जो टैक्स नहीं चुका रहे हैं। 4.7 करोड़ इन्फॉर्मेशन
रिकॉर्ड के आधार पर इनकी पहचान की गई है। आयकर मंत्रालय ने अपने बयान में कहा, कि फॉलो-अप और
मॉनिटरिंग के लिए हाई प्रायरिटी केसेज की पहचान के वास्ते रूल्स बेस्ड एल्गोरिद्म
का इस्तेमाल किया गया।
मिनिस्ट्री ने कहा
कि डायरेक्टोरेट ऑफ इंटेलिजेंस और क्रिमिनल इनवेस्टिगेशन की ओर से पैन रखने वाले 35,170 लोगों को लेटर्स
भेजे जा रहे हैं। मिनिस्ट्री ने रिस्पॉन्स हासिल करने और आगे की कार्रवाई के लिए
नोडल सेंटर भी बनाया है। स्टेटमेंट में कहा गया है, कि यह लेटर्स का
पहला बैच है।
पैन कार्ड होल्डर्स
को भेजे गए लेटर में फाइनैशल ट्रांजैक्शन की जानकारी के साथ ही कस्टमाइज्ड
रिस्पॉन्स शीट भी शामिल है। लेटर में पूछा गया है कि क्या व्यक्ति अपना इनकम टैक्स
रिटर्न फाइल किया है? स्टेटमेंट में कहा गया है,
कि टारगेट सेगमेंट की रिटर्न फाइलिंग और टैक्स पेमेंट को
ट्रैक करने और आगे की कार्रवाई के लिए ऑनलाइन मॉनिटरिंग सिस्टम होगा।
सरकार ने सभी
टैक्सपेयर्स से सही इनकम बताने और टैक्स जमा करने की अपील की है। आयकर मंत्रालय ने
कहा, कि इनकम
टैक्स डिपार्टमेंट के डायरेक्टोरेट ऑफ सिस्टम्स ने वैसे परमानेंट अकाउंट नंबर
(पैन) होल्डर्स की पहचान करने के लिए एक बिजनेस इंटेलिजेंस प्रॉजेक्ट शुरू किया है, जिन्होंने इनकम
टैक्स रिटर्न नहीं भरा है और जिनके बारे में खास जानकारी उपलब्ध है।
इससे पहले रेवेन्यू
सेक्रेटरी सुमित बोस ने कहा था कि सही इनकम छिपाने या इनकम टैक्स देने से बचने का
कोई फायदा नहीं है,
क्योंकि देर-सवेर इनकम टैक्स डिपार्टमेंट अपने पास मौजूद
इन्फॉर्मेशन के आधार पर ऐसे लोगों तक पहुंच जाएगा। फाइनेंस मिनिस्टर पी चिदंबरम ने
भी कहा है कि टैक्सपेयर्स अपना रिटर्न भर सकें और सही टैक्स जमा कर सकें, इसके लिए
नॉन-इंट्रूसिव टैक्स ऐडमिनिस्ट्रेशन की जरूरत है।
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