अधिक यात्री आने से
मची भगदड़: बंसल
(निधि श्रीवास्तव)
इलहाबाद (साई)।
रेलमंत्री पवन कुमार बंसल ने कहा है कि मौनी अमावस्या के दिन इलाहाबाद जंक्शन
रेलवे स्टेशन पर पैदल पुल के रास्ते सिविल लाइंस की तरफ से बहुत अधिक यात्रियों के
आने से भगदड़ मची। इस भगदड़ में ३६ तीर्थयात्रियों की मौत हुई और ३९ घायल हैं। रेल
मंत्री ने कल इलाहाबाद में कहा कि रेलवे बोर्ड के अतिरिक्त सचिव ट्रैफिक की
अध्यक्षता में तीन सदस्यों की समिति इलाहाबाद में जांच करेगी।
वहीं, दूसरी ओर
तीर्थयात्रियों पर पुलिस लाठीचार्ज के आरोपों से इनकार करते हुए रेलवे मंत्री ने
कहा है कि इलाहाबाद रेलवे जंक्शन स्टेशन पर दोनों तरफ से तीर्थयात्रियों की भारी
भीड़ आ जाने से भगदड़ की घटना हुई है। उन्होंने कहा है कि भीड़ को नियंत्रित करने की
अपेक्षा रेलवे से नहीं की जानी चाहिए। रेल मंत्री का कहना है कि तीर्थ यात्रियों
को लाने और ले जाने के लिए नियमित गाड़ियों के अलावा कई विशेष गाड़ियां चलाई जा रही
है।
रेलमंत्री ने बताया
कि प्रधानमंत्री और रेलवे ने पीड़ितों के लिए अलग-अलग वित्तीय सहायता की घोषणा की
है। प्रधानमंत्री राहत कोष से प्रत्येक मृतक के निकट संबंधी को दो लाख रूपये और हर
घायल को पचास हजार रूपये दिये जाएंगे। इसके अलावा रेल मंत्रालय भी प्रत्येक मृतक
के निकट संबंधी को एक लाख रूपये, गंभीर रूप से घायलों को पचास हजार रूपये और
मामूली रूप से घायल तीर्थयात्रियों को २५ हजार रूपये देगा। उधर उत्तर प्रदेश सरकार
ने इस भगदड़ की न्यायिक जांच कराने से इंकार कर दिया है।
राज्य के मुख्य
सचिव जावेद उस्मानी ने इलाहाबाद में कहा कि राजस्व बोर्ड के अध्यक्ष से एक महीने
के भीतर जांच पूरी करने को कहा गया है। पुलिस महानिदेशक ए सी शर्मा ने बताया है कि
मेला क्षेत्र में दो तीर्थयात्री की मृत्यु की जांच अलग से राज्य के वरिष्ठ
अधिकारी से कराई जाएगी। वहीं उत्तर प्रदेश सरकार ने मृतकों के निकट संबंधियों के
लिए सहायता राशि पांच लाख रूपये से बढ़ाकर सात लाख रूपये कर दी है। उत्तर प्रदेश के
राज्यपाल और मुख्यमंत्री स्थिति का जायजा लेने आज इलाहाबाद पहुंच रहे हैं।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें