मुद्रास्फीति में
कमी आरबीआई के मुताबिक नहीं: राव
(निधि गुप्ता)
मुंबई (साई)।
भारतीय रिजर्व बैंक ने चालू खाते में बढ़ते घाटे और मुद्रास्फीति पर फिर चिंता
व्यक्त की है। रिजर्व बैंक के गवर्नर डी. सुब्बाराव ने कल मुम्बई में इंदिरा गांधी
विकास अनुसंधान संस्थान के दीक्षांत समारोह में कहा कि हालांकि मुद्रास्फीति में
काफी कमी आई है, फिर भी यह
रिजर्व बैंक की उम्मीद के मुताबिक नहीं है।
श्री सुब्बाराव ने
इस बात को माना कि रिजर्व बैंक को घटती वृद्धि दर और एक स्तर पर ठहरी मुद्रास्फीति
के बीच संतुलन की दुविधा का लगातार सामना करना पड़ रहा है। डॉक्टर सुब्बाराव ने कहा
कि इस वित्त वर्ष के लिए सिर्फ पांच प्रतिशत सकल घरेलू उत्पाद दर भी चिंता का विषय
है। उन्होंने कहा कि वृद्धि दर कम है क्योंकि खपत गिरी है, विशुद्ध निर्यात
गिरा है और सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि निवेश में भी कमी आई है।
वहीं दूसरी ओर
रिजर्व बैंक ने बैंकों को इस बात की छूट दे दी है कि वे बंगलादेश के नागरिकों के
अनिवासी साधारण रूपया खाते बिना उसकी पूर्व अनुमति लिए खोल सकते हैं। मुंबई में
जारी अधिसूचना में रिर्जव बैंक ने स्पष्ट किया है कि बैंकों को ऐसा खाता खोलने से
पहले स्वयं इस बात से संतुष्ट होना चाहिए कि खाता खुलवाने वाले व्यक्ति के पास वैध
वीजा और वैध आवासीय परमिट हो। रिजर्व बैंक ने यह भी कहा है कि बैंकों को ऐसे खाते
खुलवाने वाले बंगलादेश के नागरिकों को पूरा रिकॉर्ड रखना चाहिए और तत्संबंधी
ब्यौरा तिमाही आधार पर अपने मुख्यालय को भेजना चाहिए।
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