ठंड के कहर से जम गया उत्तर भारत
(शरद खरे)
नई दिल्ली (साई)। साल के अंतिम पखवाड़े में बर्फीली हवाओं ने देश भर में कोहराम मचा दिया है। पारा गिरने से लोग घरों में दुबक रहे हैं। सूर्य नारायण का तेज भी कोहरे के चलते एकदम मद्धिम ही प्रतीत हो रहा है। उत्तरी और पूर्वी भारत में कड़ाके की ठंड पड़ रही है। अनेक इलाकों में घने कोहरे के कारण सड़क और रेल यातायात बाधित है।
जम्मू से ‘साई ब्यूरो‘ ने बताया कि कश्मीर घाटी के पर्यटन स्थलों गुलमर्ग और पहलगाम सहित अनेक जगहों पर फिर हिमपात हुआ है और घाटी में न्यूनतम तापमान में और गिरावट आयी है। पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश और राजस्थान में भी तापमान नीचे चला गया है। श्रीगंगानगर में न्यूनतम तापमान चार दशमलव आठ डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। राष्ट्रीय राजधानी में तापमान पांच डिग्री सेल्सियस से नीचे चला गया है।
जम्मू काश्मीर में ठण्ड से हाल बेहाल हैं। ऊधमसिंह नगर जिले में घने कोहरे और कड़ाके की ठण्ड को देखते हुए कक्षा एक से पांच तक के सभी विद्यालय इकतीस दिसम्बर तक के लिए बन्द कर दिए गए हैं। जिलाधिकारी पीएस जंगपांगी ने यह जानकारी देते हुए बताया कि षिक्षा विभाग के अधिकारियों को आदेष का अनुपालन सुनिष्चित कराने के निर्देष दे दिये गए।
बिहार से ‘साई ब्यूरो‘ ने खबर दी है कि राज्य में ठंड और कोहरे के कारण स्कूलों को २५ दिसम्बर तक बंद कर दिया गया है। झारखंड में कोहरे के कारण अनेक स्थानों पर जनजीवन पर असर पड़ा है। दिल्ली हवाई अड्डे पर सर्दी के मौसम में कोहरे के कारण बहुत कम रोशनी में काम करने के अतिरिक्त स्थान की व्यवस्था और उड़ानों की जानकारी सोशल नेटवर्किंग साइट पर देने जैसे प्रबंध किए जा रहे हैं।
भोपाल से ‘साई ब्यूरो‘ मध्य प्रदेश में भी कड़ाके की ठंड का दौर जारी है। हालांकि, कुछ इलाकों में तापमान में वृद्धि के कारण ठंड में कमी आई है। खजुराहो में सबसे कम दो डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया है। राजधानी भोपाल में न्यूनतम तापमान ग्यारह डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वहीं, ग्वालियर में पांच दशमलव दो डिग्री सेल्सियस तापमान रहा।
रीवा, शहडोल और सागर संभाग में अगले चौबीस घंटों के दौरान भी शीतलहर चलने की संभावना व्यक्त की गई है। इन क्षेत्रों में तापमान चार डिग्री सेल्सियस से कम रहने की संभावना है। मुरैना में तापमान में आई कमी से मुरैना रेलवे स्टेशन के पास रेल पटरियों के क्रेक होने से डाऊन टैªक पर रेल यातायात लगभग एक घंटे तक रूका रहा।
लखनउ से ‘साई ब्यूरो‘ से प्राप्त जानकारी के अनुसार उत्तर प्रदेश में शीतलहर ने कहर बरपाया हुआ है। प्रदेश में कड़ाके की ठंड शीतलहर और घने कोहरे का प्रकोप ज्यों का त्यों बना हुआ है। गलनभरी ठंड और शीतलहर से लोगों के सामान्य कामकाज पर असर पड़ा है, जबकि कोहरे के कारण सड़क, रेल तथा हवाई यातायात प्रभावित हो गया है।
सड़क, रेल तथा हवाई यातायात प्रभावित हा ाज्य के कई जिलों में ठंड से कुछ लोगों की मौत होने की भी खबर है। अस्पतालों में ठंड लगने से बीमार हुए लोगों की संख्या बढ़ रही है। इस बीच प्रदेश सरकार की ओर से राहत कार्य शुरू कर दिया गया है। गरीब तथा बेसहारा लोगों के लिए रैन बसेरों के प्रबंध किये गये सहारा लोगों के लिए रैन बसेरों के हैं जबकि सार्वजनिक स्थलों पर अलाव जलाये जा रहे हैं।
उत्तर प्रदेश में प्रदेश में चल रही कड़ाके की ठण्ड और शीतलहर से जनता की मुश्किलों को देखते हुये राज्य सरकार ने केन्द्र सरकार से शीतलहर को भी दैवी आपदा घोषित करने की मांग की है। सरकारी सूत्रों ने बताया कि केन्द्र सरकार केवल बर्फबारी, तूफान, बादल फटना, सूखा, अग्निकाण्ड, बाढ़, भूकम्प आदि जैसी स्थिति को ही दैवी आपदा मानती है।
पश्चिमी उत्तर प्रदेश में कप कपा देने वाली ठंड बीमार, वृद्ध और बच्चों के लिए खतरनाक साबित हो रही है। एक बार फिर मेरठ समेत आस-पास जिले ठंड की जकड़न से काप उठे। गिरते तापमान ने बुजुर्ग और बच्चों के लिए खतरे की घंटी बजा दी है। स्कूली बच्चों को भारी ठंड के बीच स्कूल की राह पकड़नी पड़ी ठंड के बेदर्द रूख को देखते हुए प्रशासन ने स्कूलों का समय बदल दिया है अब आठवी तक की कक्षायें सुबह दस बजे से दोपहर दो बजे तक लग रही हैं।
रात में घने कोहरे के कारण यातायात भी प्रभावित हो गया है। बाजार में भी ठंड का असर दिख रहा है बाजार देर से खुले और जल्दी बंद हो रहे है परन्तु फिर भी लोग मेरठ की मशहूर रेवड़ी, गजक, मूॅगफली और गरमागरम चाय के साथ सर्दी का लुफ्त उठा रहे हैं।
पूर्वी उत्तर प्रदेश में भी ठंड का प्रकोप जारी है। गलन भरी ठंड और शीतलहर ने जिले के बशिन्दो का जीना मोहाल कर रखा है। लोग घरों में दुबके अलाव के सहारे दिन काट रहे हैं। जबकि जिले के सभी प्राइमरी और जूनियर हाईस्कूल आगामी पच्चीस दिसम्बर तक बन्द कर दिये गये हैं ठंड से पशुपक्षी भी ठिठुर रहे हैं। प्रशासन ने ठंड से निपटने के लिए कम्बल बाटने और प्रमुख स्थानों पर अलाव जलाने का बन्दोबस्त किया है पर ठंड से ठिठुर रहे लोगों के लिए प्रशासन का यह प्रयास नाकाफी है।
बिहार प्रदेश में कड़ाके की ठंड जारी है। राजधानी पटना सहित कई क्षेत्रों में धूप नहीं निकलने से ठंड का असर और ज्यादा देखा गया। वहीं घने कुहरे के कारण रेल और विमान परिचालन प्रभावित हुआ है। मौसम विभाग के अनुसार राजधानी पटना का न्यूनतम तापमान आठ दशमलव तीन और अधिकतम बारह दशमलव तीन डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया है। वहीं, गया का न्यूनतम तापमान आठ दशमलव चार, भागलपुर दस दशमलव दो, पूर्णिया दस दशमलव चार डिग्री से ल्सियस रिकार्ड किया गया।
मौसम विभाग के अनुसार अगले चौबीस घंटे के मौसम पूर्वानुमान में बताया गया है कि आकाश मुख्यतः साफ रहेगा और कुहासा छाया रहेगा। इस बीच, आपदा प्रबंधन विभाग के प्रधान सचिव व्यासजी ने कहा है कि ठंड से बचाव के लिए अब तक सभी जिलों को पचास लाख रुपये दिए जा चुके हैं। जरूरत पड़ने पर जिलों को और राशि उपलब्ध करायी जाएगी।
उधर शिमला से ‘‘साई ब्यूरो‘‘ ने बताया कि प्रदेश की ऊंची चोटियों पर कल रात से हो रही ताजा बर्फबारी से पूरे प्रदेश में शीतलहर का प्रकोप बढ़ गया है। जनजातीय लाहौल घाटी में आज दिनभर रूक रूक कर हिमपात होता रहा और दिन का तापमान शून्य से 5 डिग्री सैल्सियस नीचे रिकार्ड किया गया जो इस वर्ष का न्यूनतम तापमान है। घाटी के लोग खराब मौसम के चलते दिनभर घरों व दफ्तरों में रहकर कड़ी सर्दी से जूझने का प्रयास करते रहे।
इसके साथ ही रोहतांग में करीब तीन ईंच ताजा हिमपात हुआ है और पूरे क्षेत्र में तेज बर्फानी हवाएं चल रही हैं। किन्नौर जिले में भी तापमान जमाव बिन्दु से नीचे चल रहा है और नदी नाले व जल स्रोत जम चुके हैं। क्षेत्र में बिजली आपूर्ति बाधित रहने से लोगों को और भी कठिनाई का सामना करना पड़ा। मौसम विभाग ने आगामी 24 घंटों के दौरान ऊंचे क्षेत्रों में और अधिक वर्षा व बर्फबारी की संभावना जताई है।
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