लोकपाल मामले में दिन भरा रहा शोर शराबा
(उत्कर्षा)
नई दिल्ली (साई)। लोकसभा की कार्यवाही आज विपक्षी सदस्यों के शोरशराबे के कारण पहले १२ बजे तक और फिर दिन में दो बजे तक स्थगित करनी पड़ी। विपक्षी सदस्य किसानों की सहायता के लिए अनाजों और नकदी फसलों का समर्थन मूल्य बढ़ाने की मांग कर रहे थे। आज सुबह जैसे ही सदन की बैठक शुरू हुई, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी और तेलुगुदेशम के सदस्यों ने यह मुद्दा उठाया।
अध्यक्ष मीरा कुमार द्वारा सदन में व्यवस्था बनाए रखने के बार-बार अनुरोध किये जाने के बावजूद शोरशराबा जारी रहा, जिस पर सदन की कार्यवाही १२ बजे तक स्थगित कर दी गई। १२ बजे फिर बैठक शुरू होने पर विपक्षी सदस्य अपनी मांग को लेकर सदन के बीचोंबीच आ गए। उपाध्यक्ष ने सदस्यों से शांत रहने का कई बार अनुरोध किया, लेकिन उत्तेजित सदस्य शांत नहीं हुए। इस शोर शराबे के बीच राजीव गांधी राष्ट्रीय युवा विकास संस्थान विधेयक सहित सात विधेयक सदन में पेश किये गये और सदन की कार्यवाही दो बजे तक स्थगित कर दी गई। दो बजे के बाद लोकसभा की कार्रवाई फिर शुरू हो गई है।
उधर, राज्यसभा को भी दस मिनट के लिए स्थगित करना पड़ा, क्योंकि भाजपा सदस्य गृहमंत्री पी.चिदम्बरम के जवाब पर आपत्ति करते रहे और सदन के बीचों बीच आ गए। कांग्रेस के कुछ सदस्य भी सदन के बीचों बीच आ गए, जिसके बाद सभापति मोहम्मद हामिद अंसारी को सदन की कार्यवाही स्थगित करनी पड़ी।
लोकपाल मसले पर सरकार के कोयला मंत्री श्रीप्रकाश जायसवाल ने कहा है कि लोकपाल मुद्दे को लेकर सरकार किसी के दबाव में नहीं है। संसद के बाहर संवाददाताओं से बातचीत में श्री जायसवाल ने कहा कि कांग्रेस के नेतृत्व वाले यूपीए को सरकार चलाने के लिए जनादेश मिला है और वह अपना काम कर रहा है।
उन्होंने कहा कि सबसे ज्यादा खुशी इस बात की है कि कांग्रेस का जो कमिटमेंट था वो कल पूरा हो जाएगा। लोकपाल में किसी के साथ भेदभाव नहीं होगा, प्रधानमंत्री भी उसमें होंगे। करेप्शन पर रोक लगाने के लिए सी और डी गु्रप के कर्मचारियों को इसमें ले लिया जाएगा, वो भी कल पूरा हो जाएगा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस का कमिटमेंट था सिटीजन चार्टर हम लाएगें। वो वैसे भी हम ले आए है, इसीलिए हमें किसी चीज की परवाह नहीं है।
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