बुधवार, 13 जून 2012

अकेला जगन चाहे तो चला दे सारा देश!


अकेला जगन चाहे तो चला दे सारा देश!

(संजीव प्रताप सिंह)

नई दिल्ली (साई)। दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र भारत की इस हकीकत को जानकर आप हैरान रह जायेंगे। वित्त वर्ष 2012-13 के लिए भारत सरकार का कुल बजट खर्च 14 लाख 90 हजार नौ सौ 25 करोड़ रुपये तय किया गया है, जबकि इसी देश में रह रहे एक व्यक्ति का सालाना कारोबार इससे अधिक का है।
आंध्र प्रदेश के मुख्य विपक्षी दल तेलुगु देशम पार्टी (टीडीपी) ने तथ्य पेश करते हुए दावा किया है कि प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री वाइएसआर रेड्डी के बेटे जगन मोहन रेड्डी की संपत्ति और सालाना कारोबार इससे ज्यादा (16 लाख 96 हजार 335 करोड़ रुपये से अधिक) का है। हालांकि, यह दावा एक राजनीतिक पार्टी की ओर से किया गया है, जिसकी पूरी सच्चई जांच के बाद ही सामने आयेगी, लेकिन यदि इसमें थोड़ी-सी भी सच्चई है तो यह भारतीय लोकतंत्र की एक काली तसवीर पेश करता है।
हालांकि जगन द्वारा घोषित संपत्ति मात्र 365 करोड़ रुपये, जो कि टीडीपी के दावों की तुलना में अत्यंत कम है। वाइएसआर कांग्रेस के प्रमुख जगन मोहन रेड्डी के पास 94,038 एकड़ भूमि है, जिसकी कुल कीमत 33,935 करोड़ रुपये है। इसके अलावा उनके पास 1,81,079 एकड़ भूमि के खनन का अधिकार है, जिसका सालाना कारोबार 16,63,400 करोड़ रुपये का है।
उल्लेखनीय है कि वित्त वर्ष 2012-13 के लिए देश का कुल रक्षा बजट 1,93,407 करोड़ रुपये का है। आम आदमी के हितों को ध्यान में रखकर केंद्र सरकार द्वारा पेट्रोलियम, उर्वरक और खाद्य पदार्थाे पर दी जाने वाली कुल सब्सिडी करीब 2 लाख करोड़ रुपये ही है, जिसे कम करने की मांग आर्थिक सुधारों के पैरोकार लगातार कर रहे हैं।

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