एमपी में कार्पोरेशन करेगा दवा खरीदी
(सोनल सूर्यवंशी)
भोपाल (साई)। प्रदेश में दवा खरीदी के लिए तमिलनाडु की तर्ज पर नया कॉर्पाेरेशन बनाया जा रहा है। अस्पताल कॉर्पाेरेशन को दवा की डिमांड भेजेंगे और वहां से दवाएं खरीदकर अस्पतालों को सप्लाई की जाएंगी। इससे दवा खरीदी और सप्लाई में लगने वाले समय की बचत होगी। मप्र मेडिकल सर्विसेस कॉर्पाेरेशन को बनाने का प्रस्ताव अंतिम चरण में है। जल्द ही इसे मंजूरी के लिए शासन को भेजा जाएगा। वर्तमान में प्रदेश में वर्ष 2009 से दवा की खरीदी तमिलनाडु पैटर्न पर की जा रही है।
अस्पतालों को दवा खरीदी के लिए आवंटित कुल बजट में से 80 फीसदी राशि से अनिवार्य रूप से तमिलनाडु पैटर्न से दवाएं खरीदनी होती हैं। अस्पताल 20 फीसदी दवाएं लोकल परचेजिंग के जरिए खरीद सकते हैं। अस्पताल तमिलनाडु पैटर्न के तहत अधिकृत दवा कंपनियों को दवा का ऑर्डर भेजते हैं।
वहां से अस्पतालों को दवाओं की सप्लाई की जाती है, लेकिन तमिलनाडु पैटर्न के लागू होने के बाद से ही अस्पतालों में दवाओं की कमी बनी है। कंपनियों की ओर से समय पर अस्पतालों में दवाएं सप्लाई नहीं की जा रही हैं। इससे मरीजों को परेशानी होती है। इसे देखते हुए नया कॉरपोरेशन बनाने का निर्णय लिया गया।
मप्र मेडिकल सर्विसेस कॉर्पाेरेशन में करीब 15 सदस्य होंगे। कॉर्पाेरेशन दवाएं, सर्जिकल, सूचर मटेरियल के साथ ही दवा परीक्षण के लिए प्रयोगशालाओं की दरें निर्घारित करेगा। अस्पतालों से दवा की ऑनलाइन डिमांड कॉर्पाेरेशन को भेजी जाएगी। प्रदेश में वषü 2012-13 में दवा खरीदी का बजट 165 करोड़ रूपए है।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें