गुरुवार, 8 नवंबर 2012


आंध्र में बाढ़ की स्थिति गंभीर

(प्रति सक्सेना)

हैरदाबाद (साई)। आंध्र प्रदेश के उत्तरी तटवर्ती इलाके में बाढ़ की स्थिति गंभीर बनी हुई है। पिछले एक सप्ताह से भारी वर्षा के कारण बहुत सारे गांवों और शहरों के रिहाइशी इलाकों में पानी भरा हुआ है। सरकारी सूत्रों ने समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया को बताया कि राज्य सरकार ने वर्षा से प्रभावित इलाकों में बीमारियां फैलने से रोकने के लिए चार सौ चिकित्सा दल तैनात किये हैं।
सूत्रों ने कहा कि राज्य सरकार का पहला दायित्व इस समय प्रशासन की सबसे बड़ी चिंता बीमारियों को फैलने से रोकना है। पीने के पानी के स्रोत कई जगह बाढ़ से प्रभावित हैं और कई जगहों पर साफ पानी सप्लाई करने वाले टैंक बाढ़ के पानी से घिरे हुए हैं।
सूत्रों ने समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया को यह भी बताया कि इन स्रोतों को संक्रमण से बचाने और बीमारियों से बचाव के लिए प्रभावित इलाकों में विशेष दल भेजे गए हैं। वरिष्ठ स्वास्थ्य अधिकारियों को लगातार स्थिति पर नजर रखने की जिम्मेदारी सौंपी गई है। बड़ी मात्रा में ब्लीचिंग पाउडर और क्लोरीन की गोलियां भेजी गई हैं। संक्रामक रोगों से बचाने के लिए खासतौर पर राहत शिविरों में रह रहे लोगों की जांच की जा रही है। इस बीच, भारी वर्षा के कारण राज्य में मरने वालों की संख्या बढ़कर ३१ हो गई है। ४१ हजार मकान क्षतिग्रस्त हुए हैं। प्रारंभिक अनुमानों के अनुसार धान और कपास सहित दस लाख हेक्टेयर भूमि में फसलों को नुकसान पहुंचा है।

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