गडकरी के करीबी
संचेती से छिना कोल ब्लाक!
(आंचल झा)
रायपुर (साई)।
भाजपाध्यक्ष नितिन गड़करी के शनि के भारी होते ही उनके सहयोगी अजय संचेती की
मुश्किलों में भी जबर्दस्त इजाफा हो रहा है। इंटर मिनिस्ट्रीयल ग्रुप (आईएमजी) की
सिफारिशों के बाद अनियमितताओं के चलते कोयला मंत्रालय ने संचेती के छत्तीसगढ़ स्थित
कोल ब्लॉक को रद्द कर दिया है। यह ब्लॉक छत्तीसगढ़ सरकार के उपक्रम छत्तीसगढ़ मिनरल
डेवलपमेंट कॉरपोरेशन (सीएमडीसी) से सम्बद्घ था।
शंकरपुर-भटगांव-2 व एक्सटेंशन ब्लॉक
को 2007 में
आवंटित किया गया था। छत्तीसगढ़ सरकार ने इसे गडकरी के मित्र व राज्यसभा सांसद अजय
संचेती की कम्पनी एसएमएस इन्फ्रास्ट्रक्चर को खनन के लिए दे दिया था। समाचार
एजेंसी ऑफ इंडिया के दिल्ली ब्यूरो से विपिन सिंह राजपूत ने शास्त्री भवन स्थित
कोयला मंत्रालय के सूत्रों के हवाले से बताया कि संचेती के अलावा सरकारी क्षेत्र
के 19 ब्लॉक की
जांच की गई, जिनमें से 8 को रद्द कर दिया
गया। आईएमजी ने सोमवार को भटगांव-2 कोल ब्लॉक को रद्द करने की सिफारिश की थी।
आईएमजी की बैठक में संचेती के अलावा मंदाकनी, उत्कल डी व तौली पहाड़पुर ब्लॉक को रद्द करने
की सिफारिश की गई थी।
ज्ञातव्य है कि
सीएजी यानी कैग ने भटगांव-2 कोल ब्लॉक को एसएमएस इन्फ्रास्ट्रक्चर को
देने पर आपत्ति जताई थी। कैग की कहना था कि सिंगल बिड से कोल ब्लॉक को कम दाम पर
एसएमएस को दिया गया। इससे राज्य सरकार को 1052 करोड़ का नुकसान हुआ।
कोयला मंत्रालय के
सूत्रों ने समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया को बताया कि भटगांव -2 कोल ब्लॉक के
आवंटन पर कैग की आपत्तियों के बाद प्रदेश सरकार और भाजपा अध्यक्ष नितिन गडकरी को
कांग्रेस ने कठघरे में खड़ा किया है। घ्से में अब माना जा रहा कि छत्तीसगढ़ सरकार की
कम्पनी सीएमडीसी आवंटन निरस्त करने के खिलाफ कोर्ट का दरवाजा खटखटा सकती है।
क्योंकि, सीएमडीसी
ने आईएमजी से दिसम्बर 2013 तक खनन शुरू करने का वादा करते हुए वक्त देने की मांग की थी।
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