पुनर्वास बस्तियों
को शीला का तोहफा
(राहुल अग्रवाल)
नई दिल्ली (साई)।
लगता है दिल्ली की निजाम श्रीमति शीला दीक्षित ने अपनी चौथी पारी की तैयारी आरंभ
कर दी है। राजधानी की पुर्नवास बस्तियों में रहने वाले लाखों बांशिदों को दिल्ली
सरकार ने तोहफा देते हुए उन्हें अपनी भू संपत्ति पर फ्री होल्ड अधिकार देने का
फैसला किया है।
एक अनुमान के
मुताबिक इस फैसले से राजधानी में पिछले 50 वर्षों में विकसित हुई 45 पुनर्वास
कालोनियों के लोगों को फायदा होगा। मुख्यमंत्री शीला दीक्षित की अध्यक्षता में
राज्य मंत्रिमंडल की बैठक में यह निर्णय लिया गया। बैठक के बाद श्रीमती दीक्षित ने
इसे ऐतिहासिक फैसला करार देते हुए कहा कि इससे 45 पुनर्वास कालोनियों के सात लाख
लोग लाभान्वित होंगे।
श्रीमती दीक्षित ने
बताया कि मूल आवंटी और उनके उत्ताराधिकारी को फ्री होल्ड कराने के लिए मौजूदा
सर्किल रेट की पांच प्रतिशत धनराशि जमा करानी होगी जबकि 31 मार्च 2007 के पहले से
इन इलाकों में रह रहे अन्य लोगों को इसके लिए 30 प्रतिशत राशि का भुगतान करना
होगा। इसके बाद 31 दिसम्बर 2011 तक के बांशिदों को फ्री होल्ड के लिए शत प्रतिशत
सर्किल रेट का भुगतान करना होगा।
सरकारी सूत्रों ने
समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया को बताया कि यह कालोनियां श्रीनिवासपुरी, सत्य निकेतन, वजीरपुर, जनकपुरी पंखा रोड
और मदनगीर आदि इलाकों में स्थित हैं। सूत्रों ने आगे कहा कि फ्री होल्ड संबंधित
विस्तृत अधिसूचना शहरी विकास विभाग द्वारा शीघ्र ही जारी की जायेगी।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें