असम में बाढ़ की
स्थिति गंभीर
(पुरबालिका हजारिका)
गोवहाटी (साई)। असम
में बाढ़ की स्थिति कुल मिलाकर गम्भीर बनी हुई है। ब्रह्घ्मपुत्र और उसकी कुछ सहायक
नदियां लगातार खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। सरकारी सूत्रों ने समाचार एजेसंी
ऑफ इंडिया को बताया कि बाढ़ से जुड़ी घटनाओं में १८ लोग मारे गए हैं और दस लापता
हैं।
४ लाख ४४ हजार
लोगों ने राहत शिविरों में शरण ले रखी है। गुहावाटी के पांडू, गारीगांव और
सुनसाली के कई इलाकों में बाढ़ का पानी भर गया है। इस वजह से कामरूप मेट्रो जिले के
३२ हजार लोग भी अस्थाई शिविरों में शरण लिए हुए हैं। सेना और राष्ट्रीय आपदा
कार्रवाई बल हेलीकॉप्टर और मशीन नाव के साथ राहत और बचाव कार्य में लगे हुए हैं।
प्रशासन ने सभी राहत शिविरों में स्वच्छता बनाए रखने के लिए शौचालय स्थापित किया
है।
गंगटोक से समाचार
एजेंसी ऑफ इंडिया के ब्यूरो ने खबर दी है कि सिक्किम में राज्य के उत्तरी हिस्से
में भूस्खलन के शिकार और प्रभावित लोगों की खोज तथा बचाव कार्य के लिए अब भी
हेलीकॉप्टरों की मदद ली जा रही है। सरकारी सूत्रों ने समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया को
बताया है कि बाढ़ और जमीन धंसने की घटनाओं में अबतक २० लोगों की जान गई है।
सिक्किम के भूस्खलन
प्रभावित क्षेत्रों में मौसम के हालात में पिछले २४ घंटों में सुधार दर्ज की गयी
है। इन इलाकों में राहत बचाव कार्य में लगे आपदा प्रबंधन दल ने अपने अभियान में
तेजी लायी है और अपना ध्यान ध्वस्त सड़कों के सुधार के अलावा पानी, बिजली और अन्य
आवश्यक आपूर्ति की बहाली में केन्द्रित कर दिया है।
इन सब के बावजूद
मोबाइल नेटवर्क ज्यादातर भूस्खलन प्रभावित क्षेत्रों में अब भी फेल है। सरकारी
अधिकारियों सहित सेना और राहत बचाव दल द्वारा उपयोग में लाये जा रहे सेटलाईट फोन
ही फिलहाल इन दुर्गम इलाकों में संपर्क का एक अहम साधन है। उधर, अरूणाचल प्रदेश में
वर्षा में कमी और ज्यादातर प्रमुख नदियों और उनकी सहायक नदियों में पानी कम होने
से बाढ़ की स्थिति में सुधार हुआ है।
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