स्थापना दिवस पर
छावनी बनेगा रायपुर
(अभय नायक)
रायपुर (साई)। नई
राजधानी में राज्योत्सव और मंत्रालय भवन के उद्घाटन के दौरान सुरक्षा की तैयारियां
शुरू हो चुकी हैं। एक नवंबर को आयोजित इस राज्य स्तरीय भव्य समारोह में नक्सल हमले
की आशंका के मद्देनजर जबरदस्त इंतजाम किया जा रहा है। इंटेलिजेंस, जिला पुलिस व अन्य
तमाम फोर्स की टुकड़ियों से नई राजधानी जल्द ही छावनी में तब्दील हो जाएगी।
राज्योत्सव शुरू होने से ऐन पहले एक हजार से ज्यादा जवानों को पूरे इलाके में
तैनात किया जाएगा।
नई राजधानी में
पहली बार राज्योत्सव का आयोजन किया जा रहा है। पिछले 12 सालों से यह आयोजन
साइंस कॉलेज ग्राउंड में होता था। राज्य शासन ने सुरक्षा के लिए एक बड़े बजट की
मंजूरी दी है। पुलिस मुख्यालय के अफसरों ने सुरक्षा व्यवस्था का पूरा खाका तैयार
किया है। जिला पुलिस को इसकी कमान सौंपी गई है।
नई राजधानी
आने-जाने वाली सभी सड़कों पर जल्द ही चेकिंग प्वाइंट बनेंगे। वहां से आने-जाने वाली
तमाम गाड़ियों की चेकिंग कर उनकी तलाशी ली जाएगी। ड्राइवर और उनमें सवार लोगों तक
के नाम-पते नोट किए जा सकते हैं। आसपास के गांवों को पुलिस राज्योत्सव से पहले
खंगालने में लगी है। वहां रह रहे बाहरी लोगों का डाटा तैयार किया जा रहा है।
सूत्रों के मुताबिक
डीकेएस भवन की सुरक्षा करने वाले पुलिस के 100 सुरक्षा गार्ड अब नए मंत्रालय भवन की
सुरक्षा के लिए तैनात होंगे। उनके अलावा जिला पुलिस की फोर्स भी अलग से यहां तैनात
की जाएगी। राखी में प्रस्तावित थाना राज्योत्सव से पहले काम करना शुरू कर देगा।
वहां पुलिस का पूरा स्टाफ तैनात होगा।
मंत्रालय से भी कुछ
गाड़ियां सुरक्षा व्यवस्था के लिए पुलिस को सौंपी जा रही हैं। नई राजधानी शहर से 15 किमी दूर है। आउटर
होने की वजह से यह इलाका असुरक्षित है। राजधानी में नक्सलियों की मौजूदगी के कई
प्रमाण मिल चुके हैं। हथियारों के जखीरे यहां बरामद हो चुके हैं। नई राजधानी में
नक्सली वारदात की आशंका को पुलिस नजरअंदाज नहीं कर रही है। राज्योत्सव की भीड़ के
बीच अगर ऐसा कुछ हुआ तो बड़ा नुकसान होगा। इस वजह से सुरक्षा में पूरी ताकत झोंकी
जा रही है।
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