सबको साधेंगे
पीसीसी में
(संतोष पारदसानी)
भोपाल (साई)। आगामी
विधानसभा चुनाव की तैयारी कर रही कांग्रेस बड़े नेताओं को प्रदेश में सक्रिय करने
का रोड मैप बना रही है। पीसीसी के विस्तार के नाम पर एक तरफ इन नेताओं के
सिपहसालारों को प्रदेश कांग्रेस में जगह दी जा रही है, दूसरी तरफ अगले साल
मार्च तक का एक विस्तृत कार्यक्रम तैयार किया जा रहा है।
कांग्रेस सूत्र
बताते हैं कि इस बैठक के बाद पीसीसी के विस्तार के साथ ही राष्ट्रीय अध्यक्ष
सोनिया गांधी की मौजूदगी में होने वाली समन्वय समिति की बैठक में बड़े नेताओं को
दिल्ली की बजाय मप्र में अधिक सक्रिय रहने को कहा जाएगा। प्रभारी महासचिव बीके
हरिप्रसाद ने अगले साल मार्च तक का एक विस्तृत कार्यक्रम तैयार कर रखा है।
हरिप्रसाद चाहते हैं कि सोनिया के सामने इस कार्यक्रम को अंतिम रूप दिया जाए।
ज्ञातव्य है कि
हरिप्रसाद कह चुके हैं कि करीब एक साल पहले अस्तित्व में आई प्रदेश कांग्रेस कमेटी
का किसी भी दिन विस्तार हो सकता है। बताया जाता है कि पीसीसी के विस्तार में
केंद्रीय मंत्री कमलनाथ और ज्योतिरादित्य सिंधिया के समर्थकों को शामिल करने के
साथ भूरिया अपनी किचन कैबिनेट के कुछ सदस्यों को पदोन्नत कर सकते हैं।
कांग्रेस सूत्र
बताते हैं कि हाल ही में भूरिया का विरोध कर चुके महेश जोशी के भतीजे विधायक
अश्विन जोशी को प्रदेश कांग्रेस में महत्वपूर्ण स्थान दिया जा रहा है। कभी नाराज
रहे पूर्व सांसद असलम शेर खान, विधानसभा की लोक लेखा समिति के अध्यक्ष पद
का दूसरा कार्यकाल नहीं मिलने से खफा विधायक महेंद्र सिंह कालूखेड़ा और मौजूदा
कार्यसमिति में सचिव जैसा कम महत्व का पद मिलने से नाराज महेंद्र सिंह चौहान को भी
महत्वपूर्ण पद दिए जा रहे हैं। भूरिया के करीबी प्रभारी सचिव शांतिलाल पडियार और
मीडिया प्रभारी व प्रवक्ता प्रमोद गुगालिया को महासचिव बनाए जाने की चर्चा है।
मौजूदा प्रदेश
कार्यसमिति में एक भी सांसद नहीं है। बताया जाता है कि धार के सांसद गजेंद्र सिंह
राजूखेड़ी के साथ सज्जन सिंह वर्मा, प्रेमचंद गुड्डू और राजेश नंदिनी सिंह को
कार्यसमिति में शामिल किया जा रहा है। विधायक डॉ. गोविंद सिंह, रामनिवास रावत, एनपी प्रजापति, केपी सिंह, गोविंद सिंह राजपूत, दीपक सक्सेना, साधना स्थापक को भी
कार्यसमिति में शामिल किया जा सकता है। रामेश्वर नीखरा, मुकेश नायक, प्रताप भानु शर्मा, सैयद साजिद अली, पंकज संघवी, मान दाहिमा और
भागीरथ प्रसाद को भी प्रदेश कार्यसमिति में शामिल किया जा रहा है। भोपाल की पूर्व
महापौर विभा पटेल का भी कद बढ़ाए जाने की चर्चा है।
प्रदेश कांग्रेस के
इस विस्तार का असर मीडिया विभाग पर भी पड़ सकता है। 11 सदस्यों वाले इस
विभाग में कम से कम आधे सदस्य निष्क्रिय हैं। सिंधिया अपने एक खास समर्थक को
मीडिया विभाग में शामिल कराना चाहते हैं। भूरिया भी कुछ नए लोगों को प्रवक्ता
बनाना चाहते हैं। चर्चा यह भी है कि मानक अग्रवाल मीडिया विभाग के अध्यक्ष के साथ
प्रदेश कांग्रेस में महासचिव का भी महत्वपूर्ण स्थान चाहते हैं।
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