शनिवार, 29 सितंबर 2012

प्रभात झा पुत्र मोह में खुद की नसीहत भूले


प्रभात झा पुत्र मोह में खुद की नसीहत भूले

(संतोष पारदसानी)

भोपाल (साई)। अपनी पार्टी को नैतिकता का पाठ पढ़ाने वाले भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष प्रभात झा अपने पुत्र मोह और जमीन प्रेम में स्वयं ही अपने पाठ को भूल गए।  सिंगरौली में नियम विरूद्ध अपने पुत्र को पेट्रोल पंप दिलाने वाले प्रभात झा ने अपने इस काम में भागीदार भी गवाह के रूप में जिला भाजपा अध्यक्ष और स्थानीय सांसद को बनाया है।यह आरोप लगाया है नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ने।
नेता प्रतिपक्ष  अजय सिंह ने कहा कि मौका मिलते ही अपने कार्यकर्ता को और नेताओं को नसीहत देने वाले भाजपाध्यक्ष चुनाव नजदीक आते देख संपत्ति जुटाने में लग गए है। पिछले दिनों आयकर छापे में शिकार दो व्यवसायियों दिलीप सूर्यवंशी और सुधीर शर्मा के बचाव में उतरे भाजपाध्यक्ष की असलियत तब सामने आई जब सत्ता और संगठन के गलियारों के माध्यम से पता चला कि उनके पुत्र की इन दोनों व्यवसायियों के साथ भागीदारी है।  सिंह ने कहा कि हाल ही में प्रभात झा ने अपने पुत्र के नाम से सिंगरौली जिले में पेेट्रोल पंप के लिए पौने दो एकड़ भूमि लगभग 14 लाख में खरीदी जिसका बाजार मूल्य 22 लाख रूपये है। इस खरीद फरोख्त में उन्होंने गवाह के रूप में जिला भाजपाध्यक्ष रामसुमरिन गुप्ता और स्थानीय सांसद गोविंद मिश्रा के बेटे अनेंद्र मिश्रा को बनाया है। श्री सिंह ने कहा कि अपने दबाव और रसूख का इस्तेमाल कर प्रभात झा पेट्रोल पंप के नियमों को भी दरकिनार करने का प्रयास कर रहे है। पेट्रोल पंप आवंटन के दिए गए आवेदन में प्रभात झा के पुत्र तुष्मुल झा ने अपने आप को नौकरी पेशा बताया जो कि पेट्रोल पंप आवंटन नियम के विरूद्ध है। उन्होंने कहा कि संगठन चुनाव में अपनी दूबारा अध्यक्षी को खटाई में पड़ता देख श्री झा संपत्ति अर्जित करने की जल्दी में है।
नेता प्रतिपक्ष श्री सिंह ने कहा कि मप्र में भाजपा सरकार और संगठन प्रदेश की जनता को लालीपॉप पकड़ा कर प्रदेश को लूटने मे व्यस्त हो गए हैं। श्री सिंह ने कहा कि लोगों की बुनियादी जरूरतों को पूरा करने में असफल भाजपा सरकार, किसानों, गरीबों, अनुसूचित जाति, जन-जाति  के लोगों के साथ धोखाधड़ी कर रही है। श्री सिंह ने कहा कि एक ओर भाजपाध्यक्ष सिंगरौली में जमीन खरीदने में व्यस्त हैं वहीं बड़ी कंपनियों को लाभ पहुंचाने के लिए आदिवासियों की जमीन छीनी जा रही है और उनकी कोई सुनवाई नहीं हो रही है। सुनवाई की कोई संभावना भी नहीं है क्योंकि बुजुर्गाे को तीर्थदर्शन यात्रा कराकर पुण्य कमा रही सरकार वहां गरीब, असहाय आदिवासियों का शोषण करने में बड़ी कंपनियों के मंत्रियों तथा संगठन के पदाधिकारियों को लूट को संरक्षण दे रही है। श्री सिंह ने कहा मुख्यमंत्री एक ओर राजनीति को व्यवसाय नहीं धर्म मानते है वहीं भाजपा के अध्यक्ष, मंत्री सभी मकान, दुकान, खदान के व्यवसाय लगे हो तो उनकी कथनी करनी और उनकी नैतिकता की पोल खोलकर रख देता है।

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