खण्डवा की पेयजल
योजना का 78 प्रतिशत
कार्य पूर्ण
भोपाल (साई)। जन-निजी भागीदारी (पी.पी.पी. मोड) पर प्रस्तावित खण्डवा शहर की
नर्मदा जल प्रदाय
योजना का लगभग 78 प्रतिशत कार्य पूर्ण कर लिया गया है। यू.आई.डी.एस.एस .एम.टी. योजना में तैयार होने वाली इस योजना की लागत 106 करोड़ 72 लाख रुपये है। योजना माह दिसम्बर 2012 तक पूर्ण होने की संभावना है। यह जानकारी आज यहाँ नगरीय प्रशासन एवं विकास मंत्री श्री बाबूलाल गौर
द्वारा योजना की
समीक्षा में दी गई। बैठक
में आदिम-जाति कल्याण मंत्री श्री कुंवर विजय शाह, महापौर खण्डवा श्रीमती भावना शाह, प्रमुख सचिव नगरीय प्रशासन एवं विकास श्री एस.पी.एस. परिहार आदि उपस्थित थे।
मंत्री श्री गौर ने निर्देशित किया कि योजना को शीघ्र पूरा
करने के उद्देश्य से इसकी विस्तृत
रिपोर्ट तैयार की जाए। योजना के लिए केन्द्र सरकार से द्वितीय किश्त की राशि प्राप्त करने की आवश्यक कार्रवाई भी
अविलम्ब हो।
बैठक में जानकारी दी गई कि योजना के क्रियान्वयन के लिए 80 प्रतिशत राशि केन्द्र एवं 10 प्रतिशत राशि
राज्य सरकार प्रदान करेगी। नगर पालिक निगम खण्डवा को योजना की शेष 10 प्रतिशत राशि लगानी थी। निगम की कमजोर आर्थिक स्थिति के कारण भारत सरकार ने इस योजना को जन-निजी
भागीदारी से पूर्ण करने कन्सेसनर एजेंसी
विश्वा यूटिलिटीज हैदराबाद को इसका कार्य सौंपा है। योजना के क्रियान्वयन के लिए केन्द्र सरकार से प्रथम किश्त
की राशि 42 करोड़ 68 लाख तथा राज्य
सरकार से पूरी राशि प्राप्त हो गयी है। केन्द्र सरकार से द्वितीय किश्त की राशि प्राप्त ना होने पर राज्य सरकार
ने योजना का कार्य
जारी रखने के लिये 10 करोड़ की अतिरिक्त राशि उपलब्ध करवायी है।
खण्डवा पेयजल योजना के लिए शहर से 50 किलोमीटर दूर स्थित चारखेड़ा गाँव के पास से छोटी तवा नदी (इंदिरा सागर के बैक-वाटर) से पानी लिया
जाएगा। इस योजना से
ए.पी.एल. परिवारों को
लगभग एक पैसे प्रति लीटर फिल्टर पानी चौबीस घंटे उपलब्ध करवाया जाएगा। इससे बी.पी.एल. परिवारों को इससे
आधी कीमत पर पीने का पानी मिलेगा।
बैठक में नगरीय प्रशासन एवं विकास आयुक्त श्री संजय शुक्ला, विश्वा कम्पनी के श्री पी.के. सिन्हा तथा नगर निगम के
अधिकारी उपस्थित थे।
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