बेटियों को स्कूल
भिजवाओ, ईनाम पाओ
(अनेशा वर्मा)
फरीदाबाद (साई)।
हरियाणा सरकार ने नारी शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए एक नयी पहल की है। अब बेटियों
को पढ़ाने वाली पंचायतों को पुरस्कृत किया जाएगा। इनाम भी छोटा-मोटा नहीं बल्कि
पूरे एक लाख रु पये का मिलेगा। हरियाणा सरकार ने नारी शिक्षा और शिक्षा का अधिकार
अधिनियम (आरटीइ) को और अधिक प्रभावी बनाने के लिए यह कवायद शुरू की है।
पिछले दिनों शिक्षा
विभाग की ओर से कराये गए हाउस होल्ड (घरेलू) सर्वे में यह बात सामने आयी कि अब भी
बहुत से गांवों में जहां लड़कियों की शिक्षा को नजरअंदाज किया जा रहा है। ऐसे
गांवों में लड़कियों की शिक्षा के लिए पंचायतों की जिम्मेदारी तय करते हुए प्रदेश
सरकार ने पंचायतों को इनाम देने का फैसला किया है ताकि लड़कियों के मामले में किसी
प्रकार की लापरवाही न बरती जाए। जिला शिक्षा अधिकारी (डीइओ) डॉ मनोज कौशिक ने
बताया कि आरटीइ के तहत 6 से 14 साल तक के बच्चों की शिक्षा को अनिवार्य किया गया है। इसी
कड़ी में लड़कियों की शिक्षा पर खास जोर दिया जा रहा है। यही कारण है कि सरकार
नयी-नयी योजनाओं के तहत बालिका शिक्षा पर पूरा ध्यान दे रही है। उन्होंने कहा कि
हाउस होल्ड सर्वे में अभी तक की रिपोर्ट में कई गांव ऐसे हैं जहां शत-प्रतिशत
लड़कियां शिक्षित नहीं हैं।
गांवों में बड़ी
संख्या में आज भी लड़कियां शिक्षा से वंचित हैं। लिहाजा लड़कियों की शिक्षा के लिए
पंचायतों की जिम्मेदारी तय की गयी है। गांव में 6 से 14 साल तक की लड़कियां
शत-प्रतिशत शिक्षित मिलने पर उस पंचायत को एक लाख रुपये का इनाम दिया जाएगा।
लड़कियों की शिक्षा के लिए लोगों को प्रेरित करने के लिए सरकार ने पंचायतों को एक
लाख रु पये देने की घोषणा की है।
गांवों में चलाया
जाएगा अभियान रू इस बाबत पंचायतों को जागरूक करने के लिए गांवों में विशेष अभियान
भी चलाया जाएगा। डीइओ ने बताया कि प्रदेश के दूसरे जिलों की अपेक्षा गुड़गांव की
स्थिति इस मामले में ठीकठाक है। सर्वे की रिपोर्ट अभी एकत्रित नहीं की गयी है।
रिपोर्ट एकत्रित करने के बाद इसे जारी किया जाएगा। रिपोर्ट के बाद गांवों में
बालिका शिक्षा के लिए लोगों को जागरूक करने के लिए विभाग की ओर से अभियान चलाया
जाएगा।
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