क्या दर्ज होगा
राष्ट्रभाषा के अपमान का मुकदमा
(साई इंटरनेशनल डेस्क)
कोलंबो (साई)। धोनी
के प्रेस कांफ्रेंस में उस समय असहज स्थिति उत्पन्न हो गई जब टीम मैनेजर आरएन बाबा
ने किसी भी खिलाड़ी से प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान हिंदी में सवाल जवाब पर रोक लगा
दी. एक निजी चौनल के मुताबिक प्रेस कॉन्फ्रेंस में जब टीम इंडिया के कप्तान
महेंद्र सिंह धोनी से पत्रकार ने हिंदी में सवाल पूछा तो टीम मैनेजर बीच में कूद
पड़े.
उन्होंने हिंदी में
सवाल जवाब पर ही रोक लगा दी. हलांकि धोनी हिन्दी में अपना जवाब देना शुरू कर चुके
थे. इसके पीछे यह वजह बताई गई है कि हिंदी में सवाल पूछने पर खिलाडियों के लिए
जवाब देना आसान नहीं होता. यह बेहद हैरानी की बात हैं क्योंकि बीसीसीआई या आईसीसी
की ओर से घ्सी कोई भी बंदिश नहीं है.
गौरतलब है कि आमतौर
पर विदेशी दौरों पर होने वाली प्रेस कॉन्फ्रेंस की शुरूआत अंग्रेजी में ही होती
हैं जिसे बाद में संबंधित देश की भाषा से जोड़ा जा सकता है. अब यह माना जा रहा है
कि बाबा के खिलाफ भारत की आधिकारिक हिन्दी भाषा के अपमान का मामला चलना चाहिए.
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