श्रीराम ने किया
ताड़कासुर का वध
(एस.के.त्रिवेदी)
वाराणसी (साई)।
व्यास काशी (रामनगर) में चल रही रामलीला के तीसरे दिन रविवार की शाम वाजिदपुर
मोहल्ले के मुसलिम घरों की खिड़कियों और छतों से हिंदू महिलाओं ने रामलीला का दीदार
किया। रामनगर दुर्ग के निकट अयोध्या का दर्जा रखने वाले विशाल मैदान में
विश्वामित्र-दशरथ संवाद समाप्त होते ही लोगों का हुजूम वाजिदपुर मोहल्ले की ओर
रवाना हो गया।
विशुद्ध रूप से
मुसलिम बस्ती के हर घर की खिड़कियों, बरामदों और छतों पर महिलाओं और लड़कियों का
हुजूम उमड़ा था। इस मैदान में ताड़कासुर वध की लीला होने से पहले जिधर भी नजर जाती
सिर्फ लीला प्रेमी ही दिखाई पड़ते। मुख्य लीलास्थल पर पुरुषों की भीड़ रंगबिरंगी
पगड़ियों में दिख रही थी तो लीला स्थल के आसपास मौजूद भवनों पर आधी आबादी का
आधिपत्य था।
जोरदार धमाके के
साथ लीला शुरू हुई। ताड़कासुर के विशाल पुतले को मैदान के दोनों छोर तक ले जाया
गया। भगवान श्रीराम का एक तीर लगते ही ताड़कासुर का विशाल पुतला पीठ के बल गिर पड़ा।
पांच मिनट के लीला प्रसंग का दीदार करने के लिए दो-दो घंटे पहले से ही हिंदू
महिलाएं मुसलिम घरों में अपनी-अपनी जगह ले चुकी थीं।
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