घरेलू सिलेंडर से
गैस निकालकर बेचते धराए हाकर
(अमित कौशल)
नई दिल्ली (साई)।
वेस्ट अर्जुन नगर निवासी अशोक कुमार (53) ने रसोई गैस बुक कराई थी। डिलीवरी मैन
सिलेंडर उनके घर पर लेकर पहुंचा। शक होने पर जब उन्होंने सिलेंडर पास के आटा चक्की
पर ले जाकर तोला तो उसमें पांच किलोग्राम गैस कम थी। अशोक ने फौरन मामले की सूचना
पुलिस को दी। जगतपुरी पुलिस ने आरोपी डिलीवरी मैन को दबोच लिया। जबकि उसके दो साथी
मौके से फरार हो गए। पुलिस ने आरोपी के पास से गैस निकालने वाला पाइप, ऑयल कंपनी की सील
और 29 सिलेंडर
बरामद किए हैं।
पुलिस के अनुसार, शंकर जगतपुरी इलाके
में रशीद मार्केट की एक गैस एजेंसी पर काफी समय से काम कर रहा था। आरोपी ने पुलिस
को बताया कि वह गोदाम से भरा हुआ सिलेंडर ले जाने के बाद रास्ते में हर सिलेंडर से
दो से पांच किलोग्राम तक गैस निकाल लेता था। उसके बाद बड़ी सफाई से उन सिलेंडर पर
ऑयल कंपनी की सील लगा दी जाती थी।
निकाली गई गैस को
दूसरे सिलेंडर में डालकर उसे ब्लैक में महंगे दामों में बेचा जाता था। जिन सिलेंडर
से गैस निकाली जाती थी वह ऐसे लोगों के यहां सप्लाई किया जाता था जो कभी सिलेंडर
लेते समय तोलते नहीं या कोई ऐतराज नहीं करते थे। ऐसे में किसी को शक भी नहीं होता था।
पुलिस शंकर के साथी सतीश और विजय की भी तलाश कर रही है।
इस तरह के मामले
समूची दिल्ली में प्रकाश में आ रहे हैं। पांच किलो वाले छोटे सिलंडर्स में एक सौ
पच्चीस से डेढ़ सौ रूपए प्रतिकिलो के हिसाब से गैस भरने का कारोबार रिहाईशी इलाकों
में चल रहा है। कई बार गैस भरते समय दुर्घटनाएं भी घटी हैं। बावजूद इसके ना तो
स्थानीय पुलिस और ना ही प्रशासन ने कोई कदम उठाया है।
गैस एजेंसी के
सूत्रों का कहना है कि ग्राहकों को चाहिए कि एलपीजी सिलेंडर हमेशा तोलकर ही लें।
इसके साथ ही साथ सिलेंडर पर लगी सील को अच्छी तरह चेक करें। और अगर सिलेंडर का वजन
कम हो तो वापस कर दें। इतना ही नहंी गैस कम होने की सूचना अपनी गैस एजेंसी को दें।
अगर वहां से बात न बनें तो एरिया अधिकारी को सूचित करें। एरिया अधिकारी का नंबर
गैस एजेंसी के नोटिस बोर्ड पर लिखा होता है। उसके बाद भी बात न बने तो मामले की
सूचना पुलिस को दें।
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