डबल डेकर के रेक का
हो रहा इंतजार
(संतोष पारदसानी)
भोपाल (साई)। डबल
डेकर ट्रेन में सफर करने के लिए अभी लोगों को और इंतजार करना पड़ेगा। इसकी वजह, रैक (इंजन सहित
कंप्लीट ट्रेन) का यहां नहीं पहुंचना है। हालांकि, भोपाल रेल मंडल डबल
डेकर ट्रेन चलाने की पूरी तैयारी कर चुका है। उधर, रेल सूत्रों ने
कपूरथला की फैक्टरी में डबल डेकर ट्रेन के आधा दर्जन से ज्यादा कोच तैयार हो जाने
की जानकारी दी है।
रेल्वे सूत्रों ने
समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया को बताया कि इंदौर से बैरागढ़ के बीच का सेक्शन पश्चिम
रेलवे के अंतर्गत आता है। इस सेक्शन में कई स्थानों पर ट्रैक का इलेक्ट्रिफिकेशन
हुआ है। देवास-मक्सी के बीच यह अंतिम चरण में है। बिना इलेक्ट्रिफिकेशन के भी डीजल
इंजन से यह गाड़ी चलाई जा सकती है। हालांकि, इंदौर-उज्जैन सेक्शन का इलेक्ट्रिफिकेशन
पूरा हो चुका है तथा उसमें इलेक्ट्रिक इंजन से ट्रेनें भी चलाई जा रही हैं।
सूत्रों ने बताया
कि भोपाल रेल मंडल को डबल डेकर ट्रेन चलाने में कोई समस्या नहीं है। तैयारी पूरी
है, केवल रैक
का इंतजार है। रैक आते ही ट्रेन को कम्प्यूटर पर दर्ज करने की प्रक्रिया पूरी की
जाएगी। इसके बाद उसे चलाया जाएगा। रेलवे बोर्ड के निर्देशों का इंतजार करने की भी
बात डीआरएम ने कही।
सूत्रों की मानें
तो कपूरथला में विभिन्न स्थानों के लिए घोषित की गईं डबल डेकर ट्रेनों के रैक
तैयार किए जा रहे हैं। इनमें से बेंगलुरू-चेन्नई के बीच शुरू होने वाली डबल डेकर
ट्रेन का रैक भेजा जा चुका है। रेल मंत्री मुकुल राय के निर्देश पर यह रैक रवाना
किया गया है, जो काफी
आकर्षक है। यहां की डबल डेकर ट्रेन के लिए करीब आधा दर्जन कोच वहां पर तैयार हो
चुके हैं। भोपाल रेल मंडल के कुछ कर्मचारी पिछले दिनों कपूरथला से ट्रेनिंग लेकर
वापस लौटे हैं।
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