सोमवार, 6 अगस्त 2012

बाढ़ का खतरा दिल्ली पर भी!


बाढ़ का खतरा दिल्ली पर भी!

(सुमित माहेश्वरी)

नई दिल्ली (साई)। राजधानी में इस साल बारिश काफी कम हो रही है और पिछले दो-तीन दिन में सिर्फ बूंदाबांदी ही हुई है, लेकिन सोमवार देर रात तक यमुना उफान मार सकती है। ऐसे में एहतियातन निचले इलाकों को खाली करने के निर्देश दे दिए गए हैं। साथ ही बाढ़ नियंत्रण विभाग को हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है। दरअसल रविवार को हरियाणा के हथनी कुंड बैराज से 88 हजार क्यूसेक पानी यमुना में छोड़ा गया है जो अगले 24 से 36 घंटों में दिल्ली पहुंच सकता है।
दिल्ली की सिंचाई व बाढ़ नियंत्रण विभाग के पूर्वी दिल्ली शाखा के आयुक्त बीएम मिश्रा ने बताया कि पुराने लोहे के पुल के पास रविवार सुबह आठ बजे जलस्तर 202.30 मीटर था। चूंकि हथिनी कुंड बैराज से काफी मात्रा में पानी छोड़ा गया है इसलिए सोमवार देर रात तक यमुना का जलस्तर 203 मीटर तक पहुंच सकता है।
हालांकि फिलहाल चिंता की कोई बात नहीं है क्योंकि दिल्ली में यमुना का जलस्तर 204.83 मीटर तक पहुंचने पर ही खतरे की आशंका होती है। वैसे एहतियातन यमुना के आसपास के निचले क्षेत्रों को खाली करने का निर्देश दे दिया गया है। सोमवार तक इन इलाकों को पूरी तरह से खाली करा लिया जाएगा।
बाढ़ नियंत्रण विभाग के सूत्रों ने समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया को बताया कि यदि हथिनी कुंड बैराज से लगातार चार-पांच घंटे तक दो से तीन लाख क्यूसेक पानी छोड़ा जाए तो ही यमुना का जलस्तर बढ़कर 204 से 205 मीटर तक पहुंच सकता है। हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में पिछले तीन-चार दिनों से भारी बारिश हो रही है। कई स्थानों पर बादल फटने की घटना भी हो चुकी है। इसके चलते हथनी कुंड बैराज का जलस्तर चार हजार से बढ़कर 13 हजार क्यूसेक तक पहुंच गया है। इसी वजह से 88 हजार क्यूसेक पानी यमुना में छोड़ा गया है।

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