हाबड़ी स्कूल से अज्ञात चोरों ने उड़ाया
लाखों का सामान
(ब्यूरो कार्यालय)
नई दिल्ली (साई)। गांव हाबड़ी के रावमावि
की कंप्यूटर लैब व एजुसैट रूम से रविवार की रात को चौंकीदार के न होने पर अज्ञात
चोरों द्वारा लाखों रूपए का सामान बेधड़क हो फॉरव्हीलर में डालकर उड़ा ले जाने का
सनसनीखेज समाचार है। अनुमानतरू चोरों द्वारा लगभग 3 लाख रूपए का सामान चुराए जाने का अनुमान
है। चोरों द्वारा सारा सामान पूर्व नियोजित योजन के तहत चौपहिया वाहन में लादकर ले
जाया गया है। मौके पर कंपयूटर रूम के बाहर टायरों
व गेट पर पड़े मैट पर चोरों के जूते के निशान साफ तौर पर उकरे हुए हैं।
ग्रामीणों में हाबड़ी स्कूल में घटित हो
रही चोरी की निरंतर घटनाओं पर शिक्षा विभाग के लापरवाह रवैए पर गहरा रोष उत्पन्न
हो गया है और वे इस मामले का अब पूरी गंभीरता से लिए हुए हैं। उनका कहना है कि वे
अब चोरों को पकड़वाकर ही दम लेंगे।
ग्रामीणों ने चोरी की वारदात में स्कूल के ही किसी स्टाफ सदस्य की मिलभगती
की पूरी आशंका जाहिर की है। यही शक ग्रामीणों द्वारा मौके पर तहकीकात के लिए थाना
पूंडरी से दल बल के साथ पहुंचे इंस्पैक्टर अंग्रेजसिंह के आगे भी जाहिर किया गया व
स्कूल में पुरूष चौंकीदार न होने पर गहरा रोष प्रकट किया गया है। सरपंच सतपाल
द्वारा मोबाईल से चोरी की सूचना देने पर पुलिस यहां पहुंची थी। सरपंच ने बताया कि
उसको चोरी की सूचना स्कूल में स्वीपर कम चौंकीदार के पद पर कार्यरत भतेरी नामक
महिला के पति औमप्रकाश ने दी।
0 क्या हो रही हैं निरंतर चोरी
पंच जानपाल कोटिया, रवि, सुरेश, औमप्रकाश आदि ग्रामीणों से मिली जानकारी
अनुसार स्वीपर कम चौंकीदार के पद पर भतेरी नामक महिला चौंकीदार होने के कारण ही
हाबड़ी के स्कूल में घटित हुई चोरी की यह चौथी घटना है। पहले भतेरी स्कूल में
स्वीपर के पद पर ही कार्यरत थी। मगर बाद में सरकार द्वारा नई नीति के तहत रात को
स्कूलों की निगरानी हेतू लगभग 15000 रूपए की तनख्वाह से स्वीपर कम चौंकीदार का पद निर्धारित करते हुए 1 कर्मचारी की नियुक्ति के आदेश जारी किए
गए थे। तब भतेरी ने रात के पहरे के लिए अपने पति को चौंकीदार रखने का हल्फिया
ब्यान देकर स्वीपर कम चौंकीदार के पद पर कार्यरत हो गई थी। उसके बाद सन् 2008 में शिक्षा विभाग द्वारा स्वरपर कम
चौंकीदार के पद पर महिला कर्मचारी को न रखे जाने के आदेश जारी किए गए थे। विभिन्न
स्कूलों में इन आदेशों के लिखित में लागू होने के बाद भतेरी द्वारा अपने पति को
रात के पहरे पर स्कूल में निश्चित तौर पर नहीं भेजा गया। चोरी की रात रविवार को भी
उसका पति औमप्रकाश स्कूल में रात को पहरे के लिए ड्यूटी पर तैनात नहीं था।
ग्रामीणों का आरोप है कि एक तरफ तो भतेरी स्कूल के पहरे पर रात को तैनात रखने के
लिए अपने पति का एफेडेविट देकर स्वीपर कम चौंकीदार के लिए सरकार द्वारा निर्धारित
लगभग 15000 रूपए तनख्वाह ले रही है दूसरी ओर सरकार
के 2008 के आदेशों पर वह अपने पति को निश्चित तौर
पर ड्यूटी पर भी नहीं भेज रही है। ग्रामीणों ने उसका तबादला किसी दूसरे स्कूल में
करके रावमावि हाबड़ी में स्वीपर कम चौंकीदार के पद पर किसी पुरूष की नियुक्ति की
मांग की है ताकि स्कूल में स्थायी रूप से रात को पहरा दिया जा सके।
ग्रामीणों ने बताया कि सन् 2008 के बाद हाबड़ी स्कूल में चौंकीदार की गैर
मौजूदगी में चोरी की 4
घटनाएं घट चुकी हैं। इनमें 2 घटनाएं कुछ माह पूर्व नवंबर 2012 व जनवरी 2012 में घटित हो चुकी हैं। तब चोरों द्वारा
स्कूल के कंपयूटर रूम से चोरों द्वारा वही सामान चुराया गया था जो चालू हालत में
था। खराब या बेकार पड़े सामान पर चोरों ने हाथ नहीं डाला था जिससे पता चलता है कि
चोरी की वारदात में स्कूल के ही किसी जानकार सदस्य का हाथ है। ग्रामीणों ने बताया
कि स्कूल में वर्तमान में प्रधानाचार्य की भी स्थायी नियुक्ति नहीं है।
0 डायरेक्टर को लिखा गया है
स्वीपर कम चौंकीदार के पद पर पुरूष की
स्थायी नियुक्ति हेतू लिखित शिकायत शिक्षा
विभाग के डायरेक्टर पंचकूला को भेजी गई है। वहां से इस बारे में कोई लिखित आदेश
प्राप्त नहीं हुए हैं। उनक ी नियुक्ति बरसाना के राकवमावि में है। पिछले 8 महीने से ही वे हाबड़ी स्कूल में प्रधानाचार्य का अतिरिक्त कार्यभार
संभाले हुए हैं। उनकी गैर मौजूदगी में
अध्यापक सुरेश कुमार को प्रभारी नियुक्त किया गया है।
0 मोटी तनख्वाह देने में पंचायत असमर्थ
सरपंच सतपाल सिंह ने बताया कि ग्राम
पंचायत मोटी तनख्वाह देकर निजी चौंकीदार रखने में असमर्थ है। कम तनख्वाह पर कोई भी
व्यक्ति रात को स्कूल का पहरा देने के लिए तैयार नहीं है। स्वीपर कम चौंकीदार के
पद पर पुरूष को रखकर ही समस्या का समाधान हो सकता है। पंचायत द्वारा इस बारे में
शिक्षा विभाग के उच्चाधिकारियों को अवगत करवाया गया है लेकिन कोई हल नहीं निकला है।
0 चोरों को नहीं बख्शा जाएगा
निरीक्षक पूंडरी अंग्रेज सिंह के अनुसार
पुलिस द्वारा मोके पर जाकर हर प्रकार से जांच पड़ताल की गई है। स्कूल मे स्थायी
चौंकीदार न होने के कारण ही स्कूल में बार-बार चोरी की घटनाएं घट रही हैं। वारदात
में संलिप्त पाए जाने पर कंपयूटर लैब प्रभारी, अन्य स्टाफ सदस्य, विद्यार्थी या किसी बाहर के सदस्यों को भी
बख्शा नहीं जाएगा। प्रधानाचार्य की शिकायत पर पुलिस द्वारा अज्ञात चोरों के
विरूद्ध मामाला दर्ज कर लिया गया है। पुलिस द्वारा पूरी मुस्तैदी से छानबीन की जा
रही है।
0 चोरों द्वारा चुराया गया सामान
प्रभारी सुरेश कुमार ने बताया कि चोरों
द्वारा एजूसैट रूम से लगभग 50000 रूपए लागत की 50
इंची एल.सी.डी./ एल.ई.डी. के अतिरिक्त 2 बैटरी व 1 यू्.पी.एस. चुराया गया है। कंपयूटर रूम
से 8 मोनीटर, 8 सी.पी.यू., 8 कीबोर्ड, 10 माऊस चुराए गए हैं।
1पाई21-चोरी के बाद 1 मोनीटर को छोड़कर खाली पड़ा कंपयूटर लैब।
1पाई22-एजूसैट रूम से एल.सी.डी./ एल.ई.डी. चुराने
के बाद खाली पड़ी अलमारी को दिखाते पंच।
1पाई15-मौके पर ग्रामीणों से पूछताछ करते पुलिस
इंस्पैक्टर अंग्रेज सिंह।
1पाई14-गेट के बाहर पड़े रेत पर उकरे टायरों के
निशान
1पाई13-कंपयूटर लैब के गेट पर पड़े मैट पर उकरे
जूतों के निशान।
1पाई16-जानकारी देते अतिरिक्त प्रधानाचार्य
जयकुमार अग्रवाल व प्रभारी सुरेश कुमार।
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