रेल्वे रिजर्वेशन
लेना अब हुआ टेड़ी खीर
(शरद खरे)
नई दिल्ली (साई)।
जैसे ही त्योहार करीब आते हैं भारतीय रेल की व्यवस्थाएं नाकाफी ही साबित होने लगती
है। दिनोंदिन बढ़ती आबादी और रेल्वे द्वारा हर साल नई रेल चलाए जाने के बावजूद भी
त्योहारी सीजन के आते ही रेल्वे का रिजर्वेशन लेना बेहद ही टेडी खीर हो जाता है।
लंबी कतारों, इंटरनेट पर
माउस क्लिक के बाद भी लोगों को 200 से उपर की वेटिंग और नो रूम का मैसेज ही
मिल रहा है।
पिछले साल की तरह इस साल भी त्योहारों पर घर का
सफर कठिन होगा। पूर्वांचल की तरफ जाने वाली प्रमुख ट्रेन अभी से ही फुल हैं। दशहरा, दीपावली और छठ
महोत्सव के चलते एसी कोच में भी जगह नहीं है। इस बीच भीड़ को देखते हुए रेलवे ने
करीब एक दर्जन अतिरिक्त ट्रेन चलाने का ऐलान किया है।
त्योहारों के समय
बंगाल और वैष्णव देवी जाने वाली ट्रेनों में जहां दशहरा से नो रूम का संकेत है, तो वहीं पूर्वांचल
जाने वाली ट्रेनों में 200 से 400 वेटिंग के टिकट जारी किए जा रहे हैं। दिल्ली से कोलकाता जाने
वाली संपर्क क्रांति, पूर्वा हावड़ा एक्सप्रेस और कालका एक्सप्रेस में 275 से 507 वेटिंग चल रही है।
दिल्ली से पटना के लिए ब्रहमपुत्र, सीमांचल, मगध, विक्रमशिला और
संपूर्ण क्रांति एक्सप्रेस में भी बर्थ खाली नहीं हैं। इन ट्रेनों में 243 से 468 वेटिंग है। इसी
तरह दिल्ली से गोरखपुर, मुजफ्फरपुर, दरभंगा, इलाहाबाद और कानपुर
जाने वाली ट्रेनों में 507 तक वेटिंग चली गई है।
दुर्गा पूजा के
दौरान जम्मू की तरफ जाने वाली ट्रेन खचाखच भरी हुई हैं। ऐसे में वैष्णव देवी जाने
वाले भक्तों के लिए यात्रा कठिन होगी। 19-20 अक्तूबर से ही मुख्य ट्रेनों में बर्थ खाली
नहीं है। झेलम एक्सप्रेस मे जहां नो रूम है, वहीं जम्मू मेल में 147, शालीमार एक्सप्रेस
में 214, उत्तर
संपर्क क्रांति में 446 और मालवा एक्सप्रेस में 147 वेटिंग है।
तमाम कोशिशों के
बावजूद अब भी इंटरनेट से तत्काल टिकट बुक करना लोगों के लिए परेशानी भरा है।
यात्रियों का आरोप है कि 10 बजे रेलवे की वेबसाइट या तो हैंग हो जाती है या धीमी हो जाती
है। तब तक सभी तत्काल टिकट बुक हो जाते हैं। सफदरजंग अस्पताल के डॉक्टर सौरभ का
कहना है कि सुबह दस बजे से टिकट बुक करने का दौर शुरू होता है, लेकिन वेबसाइट इस
दौरान खुलती ही नहीं है। अगर टिकट बुक करने की प्रक्रिया शुरू भी होती है तो
पेमेंट करते वक्त मैसेज आता है कि समय सीमा समाप्त हो गई है, लिहाजा फिर से लॉग
इन करना होगा।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें