गुरुवार, 4 अक्टूबर 2012

बाल विकास के 37वें स्थापना दिवस पर मोर-डुबलिया प्रारंभ


बाल विकास के 37वें स्थापना दिवस पर मोर-डुबलिया प्रारंभ

(एस.के.वर्मा)

डिंडोरी (साई)। गांधी जयंती शास्त्री जयंती एवम मध्यप्रदेश में  बाल विकास सेवा परियोजनाओं के 37वें स्थापना दिवस के अवसर पर एकीकृत बाल विकास सेवा विभाग, महिला-सशक्तिकरण विभाग, स्वास्थय-विभाग के संयुक्त प्रयासों से डिण्डोरी जिला मुख्यालय पर एक बहु-आयामी कार्यक्रम का आयोजन एक पारंपरिक उत्सव के रूप में संपन्न इस अवसर पर मोर-डुबलिया कार्यक्रम का शुभारंभ भी किया गया मध्यप्रदेश सरकार के बेटी बचाओ अभियान के तहत आज गांधी जयंती के अवसर पर डिण्डौरी में महिलाओं को बहुउद्देश्यीय कार्यक्रमों से जोड़ने का प्रोजेक्ट ‘‘मोरे डुबुलिया’’ का शुभारंभ हुआ।
’’मोरे डुबुलिया’’ के शुभारंभ के अवसर पर जिले की 37 गर्भवती महिलाओं की गोद-भराई के साथ जिले का विभिन्न क्षेत्रों में नाम रोशन करने वाली 37 बेटियों को प्रमाण-पत्र एवं उपहार देकर सम्मानित किया गया इसमें राष्ट्रीय स्तर पर डिंडोरी का नाम रोशन करने वाली गुडुम-बजादल में शामिल बालिकाओं को सम्मानित करना उल्लेखनीय है।। कार्यक्रम के पूर्व महिलाओं एवं किशोरी बालिकाओं की एक विशाल रैली बाल विकास परियोजना डिंडोरी के प्रांगण से निकाली गई जो नगर के मुख्य मार्ग से होती हुई समारोह स्थल कलेक्टर कार्यालय पहुँची। परियोजना कार्यालय से निकाली गई विशाल रैली जो नगर के मुख्य मार्गों से होती हुई मुख्य समारोह स्थल कलेक्टर कार्यालय पहुँची जहॉ जनप्रतिनिधियों एवं अधिकारियों द्वारा कन्या पूजन कर रैली की आगवानी की। जिसमें निरूशक्त बालिका कुमारी मुस्कान अली ने पैदल दो किलोमीटर की दूरी चल कर रैली को प्रभावी बनाया।
कार्यक्रम के आरम्भ में अथितियों द्वारा दीप-प्रज्जवलन किया तदुपरांत मोर-डुबलियाकी अवधारणा को प्रस्तुत करते हुए  जिला कलेक्टर श्री मदन कुमार ने बताया कि-स्वास्थ्य, महिला-बाल विकास, ग्रामीण विकास एवं अन्य विभागों के बहुत से ऐसे कार्यक्रम है जो महिलाओं के लिए बहुत उपयोगी है। ’’मोर डुबुलिया’’ कार्यक्रम बहुत सारे बहुउद्देश्यीय कार्यक्रमों को जोड़ने वाली प्रक्रिया है। इन प्रयासों का क्रियान्वयन स्वयं हितग्राहियों को ही करना है इसमें प्रशासन सिर्फ सेतु का काम करेगा। उन्होंने बताया कि डुबुलिया में स्वास्थ्य विभाग द्वारा सुरक्षित पुस्तिका, जच्चा-बच्चा सुरक्षा कार्ड, रक्ताल्पता से बचाव के लिए आयरन की गोली, प्राथमिक उपचार की दवाइयों का विवरण सहित पाउच, दीनदयाल अंत्योदय उपचार योजना का कार्ड और जननी सुरक्षा वाहन, जिम्मेदार अधिकारियों एवं क्षेत्रीय स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं के नाम, मोबाइल नंबर सहित सूची रखी गयी है।
महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा सखी सहेली कार्ड, लाड़ली लक्ष्मी योजना के आवेदन प्रपत्र, डाइट एवं टी.एच.आर. कार्ड, टी.एच.आर.पाक प्रक्रिया, सरोकार पुस्तिका और स्तनपान प्रोत्साहन पुस्तिका दी गई है। जिला पंचायत द्वारा बैंक खाता खोलने का फार्म, के।बाय।सी। करने के दस्तावेज, जीरो बैलेन्स में खाता खोलने के आदेष, स्व-सहायता समूह से जोड़ने की जानकारी और मर्यादा अभियान से जुड़ने एवं स्वच्छता के संबंध में जानकारी रखी गई है। इसी प्रकार मलेरिया से बचाव की जानकारी, सब्जी बीज किट, जन्म प्रमाण-पत्र के आवेदन-पत्र, पशुपालन योजना की जानकारी एवं आवेदन प्रपत्र और जनसंपर्क विभाग द्वारा आगे आयें लाभ उठायें व लोक सेवा प्रदाय गारंटी अधिनियम की जानकारी के फोल्डर्स दिये गये हैं। राजस्व विभाग द्वारा महिलाओं को मिलने वाली विधिक सहायता की जानकारी उपलब्ध करवाई गई है।
कार्यक्रम में ’’मोरे डुबुलिया’’ प्रोजेक्ट की जानकारी देते हुये कलेक्टर श्री मदन कुमार ने कहा कि क्षेत्रीय भ्रमण एवं विभागों की समीक्षा के दौरान कुछ ऐसे तथ्य निकलकर आये कि स्वास्थ्य, महिला बाल विकास, ग्रामीण विकास एवं अन्य विभागों के बहुत से कार्यक्रम है जो महिलाओं के लिए बहुत उपयोगी है और उनके समन्वित लाभ ध्यान में नहीं आते है। ’’मोरे डुबुलिया’’ कार्यक्रम बहुत सारे बहुउद्देशीय कार्यक्रमों को जोड़ने वाली प्रक्रिया है और इसे जिले में महिलाओं और बेटियो के समग्र उत्थान का प्रयास कहा जा सकता है। इन प्रयासों का क्रियान्वयन स्वयं हितग्राहियों को ही करना है इसमें प्रशासन सिर्फ सेतु का काम करेगा। उन्होंने बताया कि इस डुबुलिया में स्वास्थ्य विभाग द्वारा सुरक्षित पुस्तिका, जच्चा-बच्चा सुरक्षा कार्ड, रक्ताल्पता से बचाव के लिए आयरन की गोली, प्राथमिक उपचार की दवाइयो का विवरण सहित पाउच दीनदयाल अंत्योदय उपचार योजना का कार्ड और स्वास्थ्य विभाग के जननी सुरक्षा वाहन, जिम्मेदार अधिकारियों एवं क्षेत्रीय स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं के नाम, मोबाइल नंबर सहित सूची रखी गयी है। महिला एवं बालविकास विभाग सखी सहेली कार्ड, लाड़ली लक्ष्मी योजना के आवेदन प्रपत्र, डाइट एवं टी.एच.आर. कार्ड, टी.एच.आर.पाक प्रक्रिया, सरोकार पुस्तिका और स्तनपान प्रोत्साहन पुस्तिका दीगई।
जिला पंचायत द्वारा बैंक खाता खोलने का फार्म, के.बाय.सी. करने के दस्तावेज, जीरो बैलेन्स में खाता खोलने के आदेश, स्व-सहायता समूह से जोड़ने की जानकारी और मर्यादा अभियान से जुड़ने एवं स्वच्छता के संबंध में जानकारी रखी। इस अवसर पर श्री ओम प्रकाश धुर्वे अध्यक्ष जिला पंचायत ने उपस्थित समुदाय को स्वच्छता की शपथ दिलाई।  वन्या कम्यूनिटी रेडियो की रेडियो जाकी एवम आदिवासी कला साधिका श्रीमति जानकी धुर्वे को ब्रांड-एम्बेसडरघोषित किया गया।साथ ही उन्हैं आवासीय सुविधा हेतु इंदिरा-आवास योजना का लाभ देने की घोषणा की गई।  साथ ही अतिथियों द्वारा ष्आडियो-विज़ुअल-साधनोंष् से सुसज्जित ष्चेतना-रथ ष् को हरी झंडी दिखा कर डिंडोरी जिले के समस्त विकास-खण्डों के लिये रवाना किया।
आयोजन स्थल पर रैली की आगवानी एवम पंडाल में लोक-धुनों की थाप पर मोहक नृत्यों की प्रस्तुति आदिवासी कलाकारों ने दी। इस अवसर पर राज्य महिला आयोग की सदस्य श्रीमती वंदना मंडावी,विधायक स्थानीय विधायक श्री ओमकार सिंह मरकाम, जिला पंचायत अध्यक्ष श्री ओमप्रकाश धुर्वे,  जिला पंचायत उपाध्यक्ष श्री कृष्णा सिंह परमार ,श्रीमति सुशीला मार्काे अध्यक्ष नगर-परिषद डिंडोरी, श्रीमति ज्योति प्रकाश धुर्वे(सभापति महिला बाल विकास एवम स्वास्थ्य समिति जिला पंचायत), सहित जिला पंचायत के सदस्यगण, कलेक्टर श्री मदन कुमार, पुलिस अधीक्षक श्री आर।के। अरूसिया, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी सुदर्शन सोनी,अपर कलेक्टर, अनुविभागीय अधिकारी राजस्व,  सी एम ओ. नगर-परिषद श्री शर्मा, सीएमएचओ डा० वी०पी० कोले,श्रीमति शिखा राय महिला शक्ति संगठन एवं संस्था के सदस्य, बाल विकास परियोजना अधिकारी श्री एम.एस. कुशराम,श्रीमति उदयवती तेकाम, श्रीमति खिल्ली नेटी, श्रीमती नीतू तिलगाम,श्री भवेदी, एवम बाल विकास विभाग की पर्यवेक्षक अधीनस्त अमले  सहित गणमान्य नागरिक, पत्रकार एवं बड़ी संख्या में महिलायें एवं बालिकायें उपस्थित उल्लेखनीय है। कार्यक्रम का संचालन गिरीश बिल्लोरे परियोजना अधिकारी डिंडोरी ने किया। कार्यक्रम के आयोजन में श्रीमति तीजा धुर्वे, श्रीमति उर्मिला जंघेला, श्रीमति कमला मरावी, सुश्री लेखनी दुबे, श्रीमति चंद्रवति,श्रीमति केतकी,श्रीमति कृष्णा धुर्वे, किरण पटेल, श्री एन.एस. पोषाम , श्री एस.आर. रजक, श्री दिगम्बर श्याम, भवानी शंकर झारिया, श्री सुखराम रजक, की भूमिका महत्वपूर्ण रही।
मध्य प्रदेश में 2 अक्टूबर 1975 को सीधी जिले के चितरंगी ब्लाक से प्रारंभ बाल विकास सेवा परियोजना के उपरांत प्रदेश भर में इसका सर्वव्यापीकरण हुआ। अब प्रदेश में 453 बाल विकास परियोजनाएं एवम 78 हज़ार से अधिक आंगनवाड़ी कें एवम उप केंद्र हैं। अदभुत संयोग था कि गोद-भराई कार्यक्रम की शुरुआत बालघाट जिले में श्रीमति कल्पना तिवारी रिछारिया ने बाल विकास परियोजना अधिकारी  के रूप में एक प्रयोग के तौर पर की थी। जिसका नियमित आयोजन मैने बाल विकास परियोजना अधिकारी जबलपुर के पद पर रहते हुये किया। प्रदेश सरकार ने इस नवाचार को हू ब हू पूरे प्रदेश में लागू किया। मंगल-दिवस के रूप में। इसी कार्यक्रम को एक नया स्वरूप मिला मोर-डुबलियाके रूप में।

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