सीएम के काफिले की
एम्बूलेंस का पीयूएल किसके सर
(रश्मि कुलश्रेष्ठ)
लखनऊ (साई)।
मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के काफिले में चल रही एंबुलेंस के लिए पीयूएल (डीजल आयल
पेट्रोल आदि) का भोगमान कौन सा विभाग भोगेगा इस बारे में अभी स्थिति स्पष्ट नहीं
हो सकी है। इस एंबूलेंस के डीजल के लिए वाहन का सारथी सिविल अस्पताल पहुंच गया। डीजल के लिए उसने
पहले सीएमओ कार्यालय के भी कई चक्कर लगाए थे। बाद में मुख्यमंत्री के ओएसडी ने
सीएमएस को फोन कर डीजल खर्च देने का आदेश दिया।
दरअसल, पिछली सरकार में
सिविल अस्पताल से डीजल का बजट मिलता था। इस बार बजट जारी नहीं हुआ। इसी वजह से
समस्या हुई। अब सवाल है कि अस्पताल प्रशासन को अलग से बजट नहीं मिलता तो इस खर्च
का भुगतान कहां से किया जाएगा? ज्ञातव्य है कि मुख्यमंत्री के काफिले में
दो एंबुलेंस चलती हैं। नई सरकार में इसके भुगतान की कोई आधिकारिक व्यवस्था नहीं की
गई।
ऐसे में एंबुलेंस
के ड्राइवरों के सामने डीजल की समस्या खड़ी हो गई। ये ड्राइवर सीएमओ से लेकर
मुख्यमंत्री कार्यालय तक अपनी समस्या लेकर पहुंचे। उन्हें सिविल अस्पताल भेजा गया।
सिविल अस्पताल में बजट की कोई व्यवस्था नहीं है जिससे भुगतान नहीं हो पाया। इसी
बीच मुख्यमंत्री के ओएसडी ने सीएमएस को भुगतान करने का आदेश दे दिया। सीएमएस ने
अन्य मद से भुगतान की व्यवस्था तो कर दी पर अब समस्या ये है कि इस सरकार में इसके
लिए जब कोई बजट जारी नहीं हुआ तो एंबुलेंस का खर्च अस्पताल प्रशासन कैसे उठाएगा?
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